कथित कर चोरी के मामले को लेकर कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार और उनके सहायकों पर आयकर विभाग ने उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की। इस छापेमारी में अब तक 11 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी बरामद हुई है।
कांग्रेस के 44 विधायकों को गुजरात में राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी के पाले में जाने से रोकने के लिए शिवकुमार के नेतृत्व में बेंगलूरू रिजॉर्ट में रखा गया था। बता दें कि गुजरात राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल कड़े मुकाबले का सामना कर रहे हैं।
गुरुवार को लगातार दूसरे दिन भी कई ठिकानों पर छापेमारी जारी रही। आयकर अधिकारियों ने कई दस्तावेज, अकाउंट बुक्स और वित्तीय कागजात बरामद किए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अभी तक दिल्ली से करीब 8.33 करोड़ रुपये, बेंगलूरू से 2.5 करोड़ रुपये और मैसुरू से 60 लाख रुपये बरामद किए गए हैं।
अधिकारी ने कहा, 'विभिन्न ठिकानों से अभी तक करीब 11.43 करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं। कुछ ठिकानों पर तलाशी चल रही है।'
उन्होंने बताया कि तलाशी के दौरान मिले कुछ आभूषणों की कीमत का आकलन किया जाना बाकी है। अधिकारी ने कहा कि विभाग कुछ कथित बेनामी संपत्ति समेत रियल एस्टेट में निवेशों से संबंधित दस्तावेजों का विश्लेषण भी कर रहा है।
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विभाग ने कहा कि वह कथित कर चोरी और रियल एस्टेट, आभूषण और अन्य क्षेत्रों में बड़े गुप्त निवेश के मामले में शिवकुमार की जांच कर रही है।
उन्होंने कहा कि विभाग सिंगापुर और अन्य देशों में उनसे जुड़े निवेशों की जांच भी कर रहा है। आयकर विभाग ने कर चोरी के मामले में शिवकुमार के 64 ठिकानों और संपत्तियों पर बुधवार को तलाशी ली थी जिससे राजनीतिक तूफान आ गया था।
संबंधित घटनाक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने शिवकुमार पर छापेमारी को लेकर कुछ वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों और सत्तारूढ़ पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष जी. परमेश्वर से शहर में अपने आधिकारिक आवास पर चर्चा की।
एक अधिकारी ने कहा, 'मुख्यमंत्री की कार्यसूची में आज के लिए किसी आधिकारिक कार्य की रूपरेखा नहीं है क्योंकि वह अपने आवास पर मंत्रियों, अधिकारियों और पार्टी नेताओं के साथ बैठकों में व्यस्त हैं।'
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सिद्दारमैया ने ट्वीट किया, 'आईटी विभाग का राजनीतिक बदले की भावना के तौर पर हथियार की तरह इस्तेमाल करना सत्ता का नाजायज दुरुपयोग ही नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों और सहकारी संघवाद के भी खिलाफ है।'
शिवकुमार द्वारा निर्वाचन आयोग में 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान दाखिल शपथपत्र में के मुताबिक, वे राज्य के दूसरे सबसे अमीर राजनीतिज्ञ हैं जिनकी संपत्ति चार साल पहले 251 करोड़ रुपये थी।
युवक कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों ने शहर में और कनकपुरा में मंत्री के निवास स्थल पर छापेमारी के खिलाफ शहर के मध्य स्थित मुख्य आयकर कार्यालय पर धरना दिया, जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं।
कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार के ठिकानों पर दूसरे दिन भी छापेमारी
Source : News Nation Bureau