वायु सेना ने बनाया सबसे ऊंचा मोबाइल एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर

एटीसी पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चल रहे फिक्स्ड विंग विमानों और हेलीकॉप्टरों के संचालन को नियंत्रित करता है. भारतीय वायुसेना चीन से मुकाबला करने के लिए लगातार अपने फाइटर विमानों और हेलीकाप्टरों की उड़ान क्षमता को निरंतर बेहतर बना रही है.

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nitu pandey
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वायु सेना ने बनाया सबसे ऊंचा मोबाइल एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर( Photo Credit : ANI)

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भारतीय वायु सेना (IAF) ने लद्दाख के न्योमा में दुनिया के सबसे ऊंचे मोबाइल एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावरों में से एक का निर्माण किया है. न्योमा के एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड में दुनिया के सबसे ऊंचे एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर बनाया गया है.  एटीसी पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चल रहे फिक्स्ड विंग विमानों और हेलीकॉप्टरों के संचालन को नियंत्रित करता है. भारतीय वायुसेना चीन से मुकाबला करने के लिए लगातार अपने फाइटर विमानों और हेलीकाप्टरों की उड़ान क्षमता को निरंतर बेहतर बना रही है. बड़े विमानों, फाइटर विमान उड़ाने के लिए एडवांस लैंडिंग ग्राउंड तैयार किए जा रहे हैं. 

वायुसेना पूर्वी लद्दाख के न्योमा, दौलत बेग ओल्डी, फुक्चे में एडवांस लैंडिंग ग्राउंड बना रही है. भावी चुनौतियों का सामना करने के लिए एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर भी लगाए जा रहे हैं. इसकी के तहत न्योमा में दुनिया के सबसे ऊंचे एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर में से एक टावर यहां बनाया गया है.

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बता दें कि लद्दाख में इस वक्त वायुसेना की स्थिति मजबूत है. पूर्वी लद्दाख में वायु सेना के हवाई बेड़े को और मजबूत बनाने के लिए इगला मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस मिसाइल प्रणाली को लगाया गया है. इसके अलावा वायुसेना लगातार राफेल व मिग-21 जैसे विमानों के आपरेशन चला रही है. वायुसेना ने पैंगोगत्सो व गोगरा की ऊंचाइयों पर कड़ी तैनाती की है.

Source : News Nation Bureau

Ladakh Nyoma air traffic control towers
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