ICICI बैंक फ्रॉड: वेणुगोपाल धूत ने दीपक कोचर के साथ किसी प्रकार की डील से किया इंकार

वीडियोकॉन ग्रुप के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत ने आईसीआईसीआई बैंक के एमडी और सीईओ चंदा कोचर के पति दीपक कोचर के साथ किसी भी तरह के डील से इंकार किया है

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saketanand gyan
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ICICI बैंक फ्रॉड: वेणुगोपाल धूत ने दीपक कोचर के साथ किसी प्रकार की डील से किया इंकार

वीडियोकॉन ग्रुप के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत (फाइल फोटो)

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वीडियोकॉन ग्रुप के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत ने आईसीआईसीआई बैंक के एमडी और सीईओ चंदा कोचर के पति दीपक कोचर के साथ किसी भी तरह के डील से इंकार किया है हालांकि उन्होंने कहा कि सिर्फ दीपक कोचर के ऊर्जा व्यवसाय में 2.5 लाख रुपये का निवेश किया था।

वेणुगोपाल धूत ने कहा कि उनकी कंपनी की तरफ से न्यूपावर एनर्जी को मिले 64 करोड़ रुपये के लोन और दीपक कोचर को उसके बाद के ट्रांजेक्शन जिसमें दीपक कोचर को मिली पूरी स्वामित्व की रिपोर्ट पूरी तरह आधारहीन हैं।

इन सभी रिपोर्ट के बाद आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ चंदा कोचर पर हितों के टकराव, कथित भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद का आरोप लगा है।

धूत ने साफ करते हुए कहा, 'हमारा ट्रांजेक्शन काफी साफ है और मैंने कुछ गलत नहीं किया है और न ही करूंगा। हमने दीपक कोचर की कंपनी में किसी तरह का पैसा नहीं लगाया है।'

एक निजी चैनल को इंटरव्यू देते हुए धूत ने कहा, 'हमने 2.5 लाख रुपये का निवेश किया था जिसे बाद में निकाल लिया गया और अब हमारे बीच कोई संबंध नहीं है।'

इससे पहले शनिवार को सीबीआई ने इस मामले में चंदा कोचर के पति दीपक कोचर के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

सीबीआई ने यह कदम उन खबरों के आधार पर उठाया जिसमें वेणुगोपाल धूत ने आईसीआईसीआई बैंक से 3,250 करोड़ रुपये के ऋण लेने के छह महीने बाद कथित रूप से दीपक कोचर और उसके दो सहयोगियों के प्रोत्साहन वाले एक कंपनी को पैसे मुहैया कराए।

धूत द्वारा कोचर को दी गई राशि 40,000 करोड़ रुपये बताई गई है जिसे वीडियोकोन ने भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई वाले 20 बैंकों के समूह से प्राप्त किया था।

क्या है मामला:

बता दें कि दिसंबर 2008 में वीडियोकॉन समूह के मालिक वेणुगोपाल धूत ने बैंक की सीईओ और एमडी चंदा कोचर के पति दीपक कोचर और उनके दो संबंधियों के साथ मिलकर ज्वाइंट वेंचर (जेवी) बनाया।

इसके बाद इस कंपनी को सुप्रीम एनर्जी की तरफ से 64 करोड़ रुपये का लोन मिला जो कि धूत की कंपनी थी। बाद में इस कंपनी का मालिकाना हक महज 9 लाख रुपये में उस ट्रस्ट को सौंप दिया गया, जिसकी कमान दीपक कोचर के हाथों में थी।

रिपोर्ट के मुताबिक इस पूरे लेन-देन में चौंकाने वाला तथ्य यह है दीपक कोचर को कंपनी का ट्रांसफर वीडियोकॉन ग्रुप को आईसीआईसीआई बैंक की तरफ से 3,250 करोड़ रुपये का लोन मिलने के छह महीने के बाद किया गया।

अभी तक इस लोन का करीब 86 फीसदी हिस्सा यानी 2,810 करोड़ रुपये चुकाया नहीं गया है और इस खाते को 2017 में एनपीए घोषित कर दिया गया।

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HIGHLIGHTS

  • धूत ने दीपक कोचर के साथ किसी भी तरह के डील से इंकार किया
  • आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ चंदा कोचर पर हितों के टकराव का आरोप
  • धूत ने कहा कि दीपक कोचर के साथ किसी तरह के संबंध नहीं है

Source : News Nation Bureau

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