कोरोना ने भारत समेत पूरी दुनिया में तबाही मचा कर रख दी है. भारत में अबतक 70 लाख के करीब लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. वहीं, एक लाख के करीब लोगों की मौत हो चुकी हैं. पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना से संक्रमण के 81,484 नए मामले आए हैं. कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या के हिसाब से अमेरिका के बाद भारत दुनिया में सबसे प्रभावित देश है.
इस बीच एक खुशखबरी सामने आ रही है. आईसीएमआर (ICMR) ने हैदराबाद स्थित एक बायोफॉर्मास्युटिकल कंपनी के साथ मिलकर ‘‘अत्यंत शुद्ध एंटीसेरा’’ विकसित किया है जो कोविड-19 (COVID-19) का संभावित इलाज हो सकता है. इस ‘अत्यंत शुद्ध एंटीसेरा’ को घोड़ों में असक्रिय सार्स-सीओवी2 का इंजेक्शन देकर विकसित किया गया है.
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आईसीएमआर ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘आईसीएमआर और बायोलॉजिकल ई लिमिटेड, हैदराबाद ने कोविड-19 के टीके और इलाज के लिए अत्यंत शुद्ध एंटीसेरा विकसित किया है.’ भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद में महामारी और संक्रामक रोग विभाग की प्रमुख सिमरन पांडा का कहना है कि ‘एंटीसेरा’ सुरक्षित और प्रभावी है या नहीं यह जानने के लिए अभी उसका ‘ह्यूमन क्लिनिकल ट्रायल’ (मनुष्य पर परीक्षण) होना बाकी है और इस संबंध में जल्दी ही भारत के औषधि महानयंत्रक से संपर्क किया जाएगा.
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‘एंटीसेरा’ एक प्रकार का ब्लड सीरम है जिसमें किसी विशेष रोगाणु से लड़ने की क्षमता रखने वाले एंटीबॉडी की मात्रा ज्यादा होती है और किसी भी विशेष संक्रमण से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता को तत्काल बढ़ाने के लिए मनुष्य को यह इंजेक्शन के माध्यम से दिया जाता है. प्रकाशित होने से पहले एंटीसेरा से जुड़े इस अध्ययन को ‘रिसर्च स्क्वायर’ पर डाला गया है.
Source : IANS/News Nation Bureau