हिमाचल प्रदेश से आने वाले और राष्ट्रीय राजनीति में बड़ा स्थान रखने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है. जेपी नड्डा भी हिमाचल प्रदेश से आते हैं. और इस साल के आखिर में हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी हैं. ऐसे में इन दोनों दिग्गजों का मिलना सियासी गलियारे में चटख चर्चा का विषय भी बन जाता है. ऊपर से आनंद शर्मा कांग्रेस के बागी गुट जी-23 के भी सदस्य हैं. अब ऐसे में सियासी चर्चाएं क्यों न चलने लगें? हालांकि आनंद शर्मा ने मुलाकात को निजी बताया है.
जेपी नड्डा और आनंद शर्मा की मुलाकात गुरुवार शाम को हुई. चूंकि हिमाचल प्रदेश में चुनाव होने हैं. इसलिए इस मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा रहे थे. लेकिन आनंद शर्मा ने साफ कर दिया है कि उनका ऐसा कोई इरादा नहीं. आनंद शर्मा ने कहा कि मुझे जेपी नड्डा से मिलने का पूरा अधिकार है. मेरे लिए वह बीजेपी अध्यक्ष नहीं हैं. हम दोनों एक ही राज्य से आते हैं और हमने एक साथ पढ़ाई की है. इस मुलाकात का कोई राजनीतिक मतलब नहीं निकालना चाहिए.
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जीवन भर कांग्रेस से जुड़कर की राजनीति
बता दें कि आनंद शर्मा (69 साल) ने हमेशा राज्यसभा की राजनीति की. वो कांग्रेस पार्टी से अपनी शुरुआत से ही जुड़े रहे थे. आनंद शर्मा एनएसयूआई से भी जुड़े रहे और एनएसयूआई के अध्यक्ष भी रहे. उन्होंने युवा कांग्रेस को भी अपनी सेवाएं दी. इसके अलावा वो कांग्रेस पार्टी के साथ हमेशा जुड़े रहे. हालांकि कांग्रेस पार्टी में इंटरनल बदलाव की चाहत रखते रहे हैं, इसलिए वो कथित बागी गुट जी-23 के साथ भी रहे और कांग्रेस में बदलाव की मांग करते रहे.
HIGHLIGHTS
- आनंद शर्मा ने की जेपी नड्डा से मुलाकात
- हिमाचल की राजनीतिक हलचल तेज
- कांग्रेस के बागी जी-23 के सदस्य हैं आनंद शर्मा