जम्मू-कश्मीर में भारत सरकार द्वारा किए गए बदलाव को लेकर परेशान पाकिस्तान आए दिन गीदड़भभकी देता रहता है. अब बीजेपी के वरिष्ठ सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सुझाव देते हुए कहा कि अगर भारत यह बड़ा कदम उठा ले तो पाकिस्तान की बोलती बंद हो जाएगी. स्वामी ने सलाह दी है कि भारत को कराची बंदरगाह जाने वाले समुद्री जहाजों को भी अरब सागर से गुजरने नहीं देना चाहिए.
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सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा, नरेंद्र मोदी सरकार को मेरी सलाह है कि अगर पाक हमारे वाणिज्यिक और नागरिक विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद करता है तो भारत को कराची बंदरगाह के लिए अरब सागर से जाने वाले जहाजों के लिए मार्ग बंद कर देना चाहिए. ऐसा करने से सोचिए पाकिस्तान को इससे कितना नुकसान होगा. उन्होंने कहा, कराची बंदरगाह पर सालाना 1600 जहाज पहुंचते हैं. अगर भारत अरब सागर में अपना क्षेत्र बंद करता है तो कराची जाने वाले करीब 60 फीसदी जहाजों को रास्ता बदलना होगा. इससे, सबसे ज्यादा नुकसान चीन और पाकिस्तान को होगा. अगर भारत अरब सागर में प्रतिबंध लगाता है तो सभी दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों की तरफ से आने वाले जहाजों के अफ्रीका के नजदीक से होकर जाना पड़ेगा.
My advice to Namo Govt: If Pak closes their airspace for our commercial and civil aircraft , India should close Karachi port by blocking ships going through Arabian Sea (which needs to be renamed) to Karachi port.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) August 28, 2019
जहाजों का रास्ता रोकने से उनके ईंधन का खर्च बढ़ेगा. ऐसे में वे जहाज जो कराची रुककर आगे बढ़ना चाह रहे होंगे, उन्हें किसी और बंदरगाह पर रुकना पड़ेगा. इससे दूसरे बंदरगाह को आर्थिक तौर पर फायदा होगा. क्योंकि उन्हें वो किराया जो वो जहाज कराची बंदरगाह को देने वाले थे. दूसरे देशों के जहाज अफ्रीका, यमन, ओमान के रास्ते ही पाकिस्तान की तरफ जा पाएंगे. या इन्हीं देशों के बंदरगाहों का उपयोग करेंगे.
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जैसा कि स्वामी दावा कर रहे हैं, अगर भारत ऐसा कदम उठाता है तो कराची बंदरगाह की कमाई में करीब 40 फीसदी की गिरावट आएगी. हो सकता है इससे ज्यादा भी आर्थिक नुकसान हो. इस साल फरवरी में भारत सरकार ने कस्टम ड्यूटी बढ़ा दी थी. इससे करीब 800 कंटेनर्स सीमेंट के कराची बंदरगाह पर अटक गए थे. पाकिस्तान के सीमेंट व्यापारियों को नुकसान हो रहा था. कराची बंदरगाह से भारत की तरफ फल, सीमेंट, रसायन, फर्टिलाइजर, चमड़ा या चमड़े के उत्पाद भारत की तरफ आते हैं. अरब सागर में प्रतिबंध लगाने से कराची बंदरगाह के जरिए पाकिस्तान को करीब 3500 करोड़ का नुकसान होगा.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो