राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuvansh Prasad Singh) ने इशारों ही इशारों में फिर से आरजेडी और जेडीयू (RJD and JDU) को साथ आने की बात कही. रघुवंश प्रसाद ने कहा कि अगर बीजेपी का मुकाबला करना है तो गैर-बीजेपी दल को इक्ट्ठा होना पड़ेगा.
रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuvansh prasad Singh) ने महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन की सरकार बनने को लेकर कहा कि अगर महाराष्ट्र की तर्ज पर बिहार में गैर-बीजेपी पार्टियां साथ आती हैं तो एनडीए की हार होगी. कोई और रास्ता बचा नहीं है.'
आरजेडी के वरिष्ठ नेता ने आगे कहा कि बिहार में बीजेपी को हराने के लिए महाराष्ट्र फॉर्म्यूला अपनाने पर कामयाबी मिल सकती है.
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बता दें कि आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद पहले भी कई दफा जेडीयू को आरजेडी के साथ आने की वकालत कर चुके हैं. इतना ही नहीं आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने भी जेडीयू को फिर से आरजेडी के साथ आने का न्योता दिया था. जुलाई 2019 में शिवानंद तिवारी ने कहा था, 'बीजेपी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के अनुच्छेद 370 और 35-ए हटाने, राम मंदिर बनाने और सामान आचार संहिता लागू करने के मुद्दे पर नीतीश कुमार क्या करेंगे? नीतीश कुमार को भगवान भाजपा के खिलाफ चेहरा बनने का एक और मौका दे रहे हैं और जब नीतीश कुमार इन मुद्दों पर एनडीए छोड़ेंगे, तो आरजेडी उनके साथ मजबूती के साथ खड़ा होगा.
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हालांकि आरजेडी के इस प्रस्ताव को जेडीयू ने नकार दिया था. जेडीयू के वरिष्ठ नेता और बिहार के संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने स्पष्ट कर दिया कि आरजेडी अब कुछ भी कर ले, जेडीयू की अब आरजेडी के पास वापसी संभव नहीं है.