जम्मू-कश्मीर में रमजान को लेकर भारत सरकार के एकतरफा सीजफायर के फैसले का थेल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने भी स्वागत किया है।
जनरल रावत ने कहा, 'हमने अपने आतंक विरोधी ऑपरेशन को अभी रोक रखा है जिससे वहां शांति और खुशी दिख रही है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो हम कह सकते हैं कि ऐसे ऑपरेशन के बार में हम सोच सकते हैं। लेकिन अगर आतंकी गतिविधि होती रही तो हम ऐसा नहीं कर पाएंगे।'
वहीं सीमा से सटे इलाकों पर पाकिस्तान की तरफ से लगातार गोलीबारी को लेकर सेना प्रमुख ने कहा, 'हम बॉर्डर पर शांति चाहते हैं लेकिन आप जानते हैं कि पाकिस्तान लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर गोलीबारी कर रहा है जिसमें कई लोगों की जान चली गई और संपत्तियों को नुकसान हुआ है।'
उन्होंने कहा, 'ऐसे में हम भी उन्हें जवाब देते रहेंगे। अगर पाकिस्तान सच में शांति चाहता है तो उसे कदम आगे बढ़ाते हुए सबसे पहले घुसपैठ रोकनी होगी।'
एक होटल में 18 साल की एक महिला के ले जाने के दौरान मेजर नितिन लितुल गोगोई के झगड़ा करने और फिर गिरफ्तार होने को लेकर सेना अध्यक्ष जनरल रावत ने कहा, 'भारतीय सेना में कोई भी किसी भी रैंक पर हो अगर वो कुछ गलता करता और यह हमारे संज्ञान में आता है तो हम उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे। अगर मेजर गोगोई ने कुछ भी गलत किया होगा तो उन्हें सजा मिलेगी और सजा ऐसी होगी जो दूसरों के लिए उदाहरण बन जाएगा।'
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श्रीनगर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के बीरवाह इलाके में उपचुनाव के दौरान बडगाम में पत्थरबाजों से बचने के लिए 53 राष्ट्रीय राइफल्स ने अपनी जीप के आगे फारूक अहमद डार नाम के शख्स को मानव ढाल के तौर पर बांध दिया था। यह घटना 9 अप्रैल, 2017 को हुई थी। इस घटना के बाद गोगोई सुर्खियों में आए थे।
डार को गाड़ी के आगे बांधने का फैसला मेजर गोगोई ने ही लिया था जिसका समर्थन इंडियन आर्मी ने किया था। बाद में इस काम के जरिए कई सैनिकों की जान बचाने को लेकर गोगोई को सम्मानित भी किया गया था।
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Source : News Nation Bureau