अश्विनी चौबे ने न्यूज नेशन टीवी चैनल पर 'देश की बहस' टीवी डिबेट शो 'लव जिहाद का कानून बनने से किसे डर?' में कहा कि, गंधार बहुत शांत था लेकिन जब वो कंधार बना तो वो बहुत अशांत हो गया, पर्शिया शांत था ईरान अशांत था कुंभा शांत था काबुल अशांत है, बाधीक शांत था बल्ख अशांत है, कैकेय जहां राजा दशरथ की ससुराल थी जो भरत का ननिहाल था वो बहुत ही शांतिप्रिय और खुशहाल देश था लेकिन जब वो पेशावर बन गया तो अशांत हो गया. कंबोज शांत था और जब वो बाद में बदला और बदक्षा बन गया तब अशांत हो गया, श्रुआस्तु शांत था स्वात घाटी अशांत है, तक्षशिला बहुत ही शांत स्थान था लेकिन जब आज वो रावलपिंडी बना है तो अशांत है. पूरी दुनिया में ईरान देख लीजिए ईराक देख लीजिए, सीरिया देख लीजिए, अफगानिस्तान देख लीजिए, पाकिस्तान देख लीजिए बांग्लादेश देख लीजिए हर जगह अशांति फैली हुई है.
अश्विनी चौबे ने न्यूज नेशन टीवी चैनल पर 'देश की बहस' टीवी डिबेट शो के दौरान बताया कि इसीलिए मैं कहता हूं कि भारत में सबसे पहले तत्काल भारत में समान शिक्षा और समान नागरिक संहिता की जरूरत है. अगर हमने तत्काल यहां पर जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं बनाया, धर्मांतरण नियंत्रण कानून नहीं बनाया, घुसपैठ विरोधी कठोर कानून नहीं बनाया और कट्टरवाद विरोधी कानून नहीं बनाया 2050 आने तक न तो सेक्युलिरज्म बचेगा और न ही संविधान, भारत फिर शरिया कानून से ही चलेगा.
देश में लागू हो कॉमन एजूकेशन सिस्टम
अश्विनी उपाध्याय ने 'लव जिहाद का कानून बनने से किसे डर?' के मुद्दे पर टीवी डिबेट शो में आगे कहा कि अगर हमने मदरसों में कॉमन एजूकेशन सिस्टम लागू नहीं किया, 18 साल तक के सभी बच्चों के लिए कॉमन एजूकेशन सिस्टम चालू नहीं किया तो देश में कट्टरवाद कभी नहीं रुक पाएगा. इसलिए मेरा आग्रह है कि तत्काल समान शिक्षा लागू की जाए, समान नागरिक संहिता लागू की जाए, जनसंख्या नियंत्रण, धर्मांतरण नियंत्रण और घुसपैठ नियंत्रण कानून बनाए जाएं.
दुनिया के सबसे अच्छे कानून लागू करने चाहिए
अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि इसके साथ ही साथ पुलिस रिफॉर्म, जूडिशियल रिफॉर्म और इलेक्शन रिफॉर्म भी किया जाए. इसके लिए हमें किसी रॉकेट साइंस की जरूरत नहीं है. अमेरिका और सिंगापुर में बहुत अच्छे-अच्छे कानून हैं, चाइना में बहुत अच्छा कानून है, चाइना का जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू कर सकते हैं. अमेरिका में इसी तरह से बहुत सारे अच्छे कानून हैं उनको लागू कर सकते हैं, दुनिया के जो सबसे बेहतरीन कानून हैं उसे लागू करें यही तरीका है सनातन संस्कृति को बनाने का और यही तरीका है भारत और भारतीयता को बचाने का.
शादी के लिए धर्म परिवर्तन वैध नहीं हैः हाई कोर्ट
देश में लव जिहाद पर चल रही चर्चाओं के बीच इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कहा कि सिर्फ शादी के लिए धर्म परिवर्तन वैध नहीं है. कोर्ट ने कहा कि बालिग लड़का व लड़की अपनी मर्जी से किसी भी व्यक्ति के साथ रह सकते हैं. उनके जीवन में हस्तक्षेप करने का किसी को कोई अधिकार नहीं है. हरियाणा में एक और 'बल्लभगढ़ कांड', सख्त कानून ही 'लव जिहाद' का इलाज? ..तो अब 'लव जिहाद' गैंग की खैर नहीं, लव जिहाद के खिलाफ कानून से डर कैसा? कानून से होगा वार...कितने राज्य तैयार? लव जिहाद का कानून बनने से किसे डर?
Source : News Nation Bureau