अवैध खनन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आईएएस अधिकारी चंद्रकला को सम्मन जारी किया. आज सुबह 11 बजे ईडी के लखनऊ दफ्तर में चन्द्रकला को पूछताछ के लिए बुलाया गया, लेकिन वह हाजिर नहीं हुई. लखनऊ में अशोक मार्ग पर मौजूद ईडी के दफ्तर में सुबह 11 बजे चंद्रकला को पेश होने के लिए बुलाया था. वहीं जियोलॉजिस्ट मोईनुद्दीन से शाम को पूछताछ होगी. ईडी ने दोनो को इनकम टैक्स रिटर्न, संपत्तियों के दस्तावेज, सभी बैंक खातों के दस्तावेज और निवेश के कागजात लाने के लिए कहा. दस्तावेज की पड़ताल के बाद ईडी इस मामले में पैसों की लेन-देन की कड़ियां तलाशेगा. ईडी ने 17 जनवरी को सीबीआई की एफआईआर के आधार पर चंद्रकला समेत कई अन्य आरोपियों के खिलाफ मनी लॉन्डरिंग का केस दर्ज किया था.
IAS officer B Chandrakala has been summoned by Enforcement Directorate to their Lucknow office today at 11 am in connection with the illegal sand mining case of Uttar Pradesh.
— ANI UP (@ANINewsUP) January 24, 2019
चंद्रकला के वकील एस अहमद ने कहा, 'ईडी द्वारा मंगवाए गए दस्तावेजों को जमा करवा दिया गया है.'
IAS officer B Chandrakala was summoned by Enforcement Directorate to their Lucknow office today in connection with illegal sand mining case of UP. B Chandrakala’s lawyer S Ahmed Saud says, “We've submitted the documents that ED had asked for. She will be appearing in due course.” pic.twitter.com/UIZj6sMMVP
— ANI UP (@ANINewsUP) January 24, 2019
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी जांच के दायरे में है. अवैध खनन मामले में सीबीआई द्वारा 2 जनवरी को दर्ज FIR के आधार पर मनीलांड्रिंग का केस किया गया. सीबीआई की एफआईआर में 2012 से 2016 के बीच हमीरपुर जिले में 22 अवैध पट्टे देने का आरोप है. सीबीआई ने 7 जनवरी को एसपी अध्यक्ष द्वारा दिए गए 22 पट्टों की सूची जारी की थी. अखिलेश यादव के पास उस अवधि के दौरान खनन मंत्रालय का भी प्रभार था. बाद में उनकी जगह गायत्री प्रसाद प्रजापति ने ली थी. तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ हमीरपुर जिले में 2013 में 14 लोगों को खनन के पट्टे दिए थे.
और पढ़ें: प्रियंका गांधी की राजनीति में एंट्री पर बोले प्रशांत किशोर, जनता तय करेगी सक्षम हैं या नहीं
चंद्रकला के अलावा वित्तीय जांच एजेंसी ने समाजवादी पार्टी के विधानपरिषद सदस्य रमेश कुमार मिश्रा सहित तीन अन्य लोगों को 28 जनवरी को पूछताछ के लिए सम्मन किया है. 5 जनवरी को सीबीआई ने अवैध रेत खनन मामले की जांच के दौरान आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला, समाजवादी पार्टी के एक नेता और बहुजन समाज पार्टी के एक नेता के आवासों सहित दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 14 ठिकानों पर छापे मारे थे.
एजेंसी ने मामले में हमीरपुर की पूर्व जिलाधिकारी और महिला आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला, माइनर आदिल खान, जियोलॉजिस्ट/खनन अधिकारी मोइनुद्दीन, एसपी नेता रमेश कुमार मिश्रा, उनके भाई दिनेश कुमार मिश्र, हमीरपुर के खनन विभाग के पूर्व क्लर्क राम अक्षय प्रजापति, बहुजन समाजवादी पार्टी के टिकट पर 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ चुके संजय दीक्षित, उसके पिता सत्यदेव दीक्षित, खनन विभाग के पूर्व क्लर्क राम अवतार सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है. त
Source : News Nation Bureau