भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले दो दिनों के लिए दक्षिणी और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों के लिए 'हीटवेव अलर्ट' जारी किया है. IMD ने शनिवार को अपने एक बयान में कहा कि, प्रायद्वीपीय और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में "अगले दो दिनों तक लू की स्थिति" रहने की आशंका है. इससे प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में ओडिशा, गांगेय पश्चिम बंगाल, झारखंड, विदर्भ, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा और तेलंगाना शामिल हैं.
मौसम विभाग ने शनिवार को एक एक्स पोस्ट में लिखा कि, आज पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में और अगले 2 दिनों के दौरान प्रायद्वीपीय भारत में लू की स्थिति बनी रहने की संभावना है.
लू की स्थिति क्या है?
IMD के अनुसार, हीटवेव या लू तब होती है जब हवा का तापमान उस स्तर तक पहुंच जाता है, जो संपर्क में आने पर मानव स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा करता है. 'हीटवेव' की पहचान तब की जाती है जब किसी स्थान पर अधिकतम तापमान मैदानी इलाकों के लिए 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक और पहाड़ी क्षेत्रों के लिए 30 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तक पहुंच जाता है.
पूरे भारत में लू की स्थिति पर पूर्वानुमान
1. IMD के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को महाराष्ट्र और ओडिशा के विदर्भ के अधिकांश हिस्सों के साथ-साथ रायलसीमा, छत्तीसगढ़, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 40-43 डिग्री सेल्सियस के बीच बढ़ गया. उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना और तमिलनाडु में ये तापमान सामान्य सीमा से 2-4 डिग्री सेल्सियस अधिक था.
2. शनिवार को, उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर और बिहार, गुजरात क्षेत्र, मध्य महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से 3-5 डिग्री सेल्सियस अधिक था.
3. आंध्र प्रदेश के नंद्याल में शुक्रवार को सबसे अधिक तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, आंध्र प्रदेश के भुवनेश्वर और कुरनूल में तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे वे दूसरे सबसे गर्म शहर बन गए.
Source : News Nation Bureau