पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 26 फरवरी की भारतीय एयर स्ट्राइक की प्रतिक्रिया में भारत की सीमा पार खाली स्थानों पर लड़ाकू विमान से बम गिराने की 'संतुलित प्रतिक्रिया' की विकल्प चुना था. पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने विदेशी मीडिया से बात करते हुए कहा, 'भारत ने पाकिस्तान सीमा में घुस कर पेड़ों को निशाना बनाया था, तो हमने सोचा कि क्यों न भारतीय सीमा पार कर पत्थरों को निशाना बनाया जाए.'
मंगलवार को विदेशी मीडिया के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत करते हुए इमरान खान ने बताया कि उन्हें 26 फरवरी की अल सुबह साढ़े तीन बजे सूचना दी गई कि भारतीय लड़ाकू विमानों ने सीमा पार कर पाकिस्तान की सरजमीं पर स्ट्राइक की है. उन्होंने आगे कहा कि इसकी प्रतिक्रियास्वरूप पाकिस्तान ने 'संतुलित प्रतिक्रिया' का रास्ता चुना और भारतीय सीमा पार कर खाली स्थान पर बम गिराए.
न्यूयॉर्क टाइम्स ने इमरान खान के बयान को कोट करते हुए लिखा है, 'भारत ने पाकिस्तान सीमा में घुस कर पेड़ों को निशाना बनाया था, तो हमने सोचा कि क्यों न भारतीय सीमा पार कर पत्थरों को निशाना बनाया जाए.' पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बतौर आठ माह का कार्यकाल पूरा करने पर इमरान खान मीडिया से मुखातिब थे.
इमरान खान ने यह भी कहा कि 'शांति बहाली' के प्रतीक के तौर पर ही उन्होंने भारतीय वायु सेना के बंधक बनाए गए पायलट अभिनंदन की रिहाई की घोषणा 28 फरवरी को पाकिस्तान संसद में की थी. गौरतलब है कि अभिनंदन का मिग-21 पाकिस्तान के एफ-16 विमान को मार गिराने के दौरान क्षतिग्रस्त होकर पाकिस्तान सीमा में जा गिरा था. इसके बाद उन्हें बंधक बना लिया गया था.
मीडिया से परस्पर बातचीत के बाद आई खबरों के मुताबिक इमरान खान ने भारत से युद्ध को बिल्कुल आखिरी विकल्प बताया है. भारत में पुलवामा आतंकी हमले के बाद पेरिस स्थित एफएटीएफ में ब्लैकलिस्ट होने की आशंकाओं पर इमरान खान ने कहा, 'पाकिस्तान ब्लैक लिस्ट होने का जोखिम मोल नहीं ले सकता है.' गौरतलब है पेरिस स्थित यह अंतरराष्ट्रीय संस्था वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ टैरर फंडिंग को रोकने के लिए काम करती है.
Source : News Nation Bureau