जम्मू-कश्मीर में बॉर्डर पर पाकिस्तान द्वारा इस साल सीजफायर उल्लंघन के अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है. सेना के सूत्रों के हवाले से आए डाटा के मुताबिक, इस साल पाकिस्तान ने अब तक 5100 सीजफायर का उल्लंघन किया है. जो 2003 में दोनों देशों के बीच हुए सीजफायर एग्रीमेंट के बाद इस साल सबसे ज्यादा है. पिछले साल 2019 में पाकिस्तान ने 3289 बार सीजफायर का उल्लंघन किया था. जिसमें 5 अगस्त को धारा 370 खत्म किए जाने के बाद सबसे ज्यादा 1565 बार पाकिस्तान द्वारा सीजफायर उल्लंघन किया गया था.
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पाकिस्तान द्वारा 2020 में किए गए सीजफायर उल्लंघन में 36 लोगों की मौत हुई है, जिसमें 24 सुरक्षाबलों के जवान शामिल हैं. वहीं 136 लोग पाकिस्तान की इस फायरिंग में घायल हुए. इसमें कोई शक नहीं है कि पाकिस्तान की इस फायरिंग का भारतीय सेना ने भी जवाब दिया, जिसमें पाकिस्तान के कई सैनिक भी मारे गए और पाकिस्तान की चौकियों को भी तबाह किया गया.
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उधर. पाकिस्तान की तरफ आतंकियों के लॉन्च पैड अभी भी एक्टिव हैं. सेना के सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की तरफ LoC और IB पर अभी भी करीब 400 से ज्यादा आतंकी लॉन्च पैड में बैठे हैं और घुसपैठ की फिराक में हैं. लॉन्च पैड में बैठे इन आतंकियों का नंबर घटता बढ़ता रहता है. इसी तरह से इस साल सुरक्षाबलों में घाटी और दूसरे इलाकों में आतंकियों के खिलाफ बड़े अभियान चलाए, जिसमें सुरक्षा बलों ने कई टॉप कमांडर के अलावा पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया.
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इस साल के आंकड़ों के मुताबिक, सुरक्षाबलों को 203 आतंकियों को मारने में कामयाबी मिली, जबकि 49 आतंकियों को जिंदा भी पकड़ा गया. वहीं सुरक्षाबलों द्वारा शुरू की गई हीलिंग टच पॉलिसी का भी फायदा मिला और 9 आतंकियों ने हथियार छोड़ सरेंडर किया. इसके अलावा सुरक्षाबलों द्वारा चलाए गए संयुक्त अभियान के चलते भी घाटी में स्टोन पैटिंग की वारदातों में भी भारी कमी आई है, जहां पिछले साल स्टोन पैटिंग की 922 घटनाएं सामने आई थी वो इस साल घटकर 160 पर पहुंच गईं.