देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी के रंग-ढंग भी अलग ही हैं. 2019 लोकसभा चुनाव के बाद से उसके पास देश में फुल टाइम कांग्रेस अध्यक्ष नहीं है. तीन बार अध्यक्ष पद की कवायद टाली जा चुकी है. यह अलग बात है कि कांग्रेसी विचारधारा के प्रचार-प्रसार के लिए विदेशों में दनादन नियुक्तियां हो रही हैं. हाल ही में यूरोप के कई देशों में पार्टी ने अपने अध्यक्ष नियुक्त किए हैं. गौरतलब है कि दो साल पहले लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त के परिणामस्वरूप राहुल गांधी के अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद से ही कांग्रेस के पास कोई फुलटाइम अध्यक्ष नहीं हैं. सोनिया गांधी ही हाल-फिलहाल पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष की भूमिका निभा रही हैं.
सैम पित्रोदा के पास है जिम्मा
विदेशों में ओवरसीज कांग्रेस के प्रचार-प्रसार का जिम्मा टेक्नोक्रेट सैम पित्रोदा के पास है. इस जिम्मेदारी को निभाते हुए पित्रौदा ने इस हफ्ते नई नियुक्तियों की घोषणा की. कांग्रेस की 23 यूरोपीय देशों में मौजूदगी है जिनमें से ब्रिटेन में वह सबसे ज्यादा मजबूत है. ओवरसीज कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि अधिकतर नियुक्तियां कारोबार, पेशेवर या बौद्धिक क्षेत्र से हुई हैं. पार्टी ने ओवरसीज कांग्रेस के लिए बौद्धिक लोगों को चुना है.
इनकी हुई नियुक्तियां
प्राप्त जानकारी के अनुसार पार्टी ने नॉर्वे में 'इंडियन ओवरसीज कांग्रेस' का अध्यक्ष एक बीयर ब्रांड के मालिक गैरिसोबर सिंह गिल को बनाया है. 'चक्र' बीयर की वेबसाइट के अनुसार 2006 में लांच हुई उनकी बीयर अंतरराष्ट्रीय ब्रांड का 'पहला पंजाबी ब्रैंड' है. गिल ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि उनके पिता यूरोप में आईओसी के संस्थापक थे और पूरी जिंदगी कांग्रेस में रहे. फिनलैंड के लिए कांग्रेस ने 35 साल की साइंटिस्ट कोमल कुमार को चुना है. वह ब्लड कैंसर की फील्ड में काम करती हैं. मैसूर से आने वाली कोमल ने पित्रोदा को ईमेल कर कांग्रेस में शामिल होने की इच्छा जताई थी.
यहां नहीं मिल रहा है कांग्रेस को फुल टाइम अध्यक्ष
इसके अलावा कांग्रेस ने इटली में दिलबाग चन्ना, स्विट्जरलैंड में जॉय कोचट्टू, स्वीडन में सोनिया हेल्डस्टड, ऑस्ट्रिया में सुनील कोरा, बेल्जियम में सुखीवन प्रीत सिंह, हालैंड में हरपिंदर सिंह घाग और पोलैंड में अमरजीत सिंह को अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है. कांग्रेस ने विदेशों में नेतृत्व के लिए चेहरे भले ही ढूंढ लिए हों, देश में उसके पास अभी कोई नाम नहीं है. राहुल बार-बार मना कर चुके हैं, जबकि पार्टी के ज्यादातर नेता गांधी परिवार के हाथ में ही कमान रखना चाहते हैं. अध्यक्ष पद को लेकर चुनाव बार-बार टलता रहा है. कोविड-19 महामारी को वजह बताकर सालभर में तीन बार चुनाव टाले जा चुके हैं. फिलहाल सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष के रूप में कमान संभाले हुए हैं.
HIGHLIGHTS
- ओवरसीज कांग्रेस का जिम्मा है सैम पित्रोदा के पास
- यूरोप में उन्होंने धड़ाधड़ बना दिए कांग्रेस अध्यक्ष
- विदेश में कांग्रेसी विचारधारा के प्रचार-प्रसार का कवायद