कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर अपने विवादित बयान के लिए जाने जाते हैं. आए दिन वो ऐसा बयान देते हैं जिसकी वजह से कांग्रेस की फजीहत हो जाती है. एक बार फिर से मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान में ऐसा बयान दिया है जिसपर बवाल मचना तय है. मणिशंकर अय्यर ने लाहौर में भारत के आंतरिक मामलों की चर्चा की.
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने लाहौर में एक पैनल चर्चा के दौरान दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बीच एनपीआर और एनआरसी को लेकर मतभेद है.
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी देश में हिंदुत्व का चेहरा है. लेकिन एनपीआर और एनसीआर को लेकर दोनों के बीच मतभेद है.
मणिशंकर अय्यर ने कहा कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर(एनपीआर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कभी नहीं माना कि यह राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर(एनआरसी) का उत्तराधिकारी है. संसद में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि एनपीआर एनआरसी का ही रूप होगा. वास्तविक रूप से एनपीआर ही एनआरसी है.
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उन्होंने कहा कि हमारे देश में हिंदुत्व के दो लोगों यानी नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बीच कम-से-कम अभिव्यक्ति में मतभेद है.
मणिशंकर अय्यर सोमवार को पाकिस्तान के लाहौर में एक कार्यक्रम में थे, जिसमें पत्रकार नजम सेठी भी मौजूद थे. इस दौरान वहां इमरान के सहयोगी भी मौजूद थे.
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गौरतलब है कि कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर मंगलवार को दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में सीएए और एनआरसी को लेकर प्रदर्शन में शामिल हुए. इस दौरान भी उन्होंने विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से सबकुछ करने के लिए तैयार हूं. जो भी कुर्बानियां देनी हों, उसमें भी तैयार हूं. अब देखें किसका हाथ मजबूत है, हमारा या उस कातिल का?