कोरोना संक्रमण के कहर के बीच भगवान का दूसरा रूप कहे जाने वाले डॉक्टर्स ने भी इस कहर में खुद को झोंक दिया है. कोरोना की दूसरी लहर में देशभर में अब तक 269 डॉक्टरों की मृत्यु हो चुकी है. इनके अलावा पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ केके अग्रवाल का नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में सोमवार को निधन हो गया. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के अनुसार कुल 269 डॉक्टरों ने अपनी जान कोरोना क दूसरी लहर में गवाई है. इन सभी डॉक्टरों में सबसे ज्यादा जान गवाने वाले युवा डॉक्टर हैं. जिनकी उम्र 30 से 55 साल तक के बीच की थी.
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आईएमए के आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना की दूसरी लहर में सबसे अधिक डॉक्टरों की जान बिहार में गई है. बिहार में अब तक कुल 78 डॉक्टरों की मृत्यु हुई है. इसके अलावा उत्तरप्रदेश में कुल 37 डॉक्टर तो दिल्ली में 28 डॉक्टरों की जान गई है. साथ ही आंध्र प्रदेश में भी 22 डॉक्टर, तेलंगाना में 19 डॉक्टर, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में 14 डॉक्टरों की जान कोरोना संक्रमण के कारण गई है. इसी बीच पिछले 24 घंटे के अंदर देश में 2 लाख 63 हजार से अधिक नए मामले आए, जबकि 4 लाख 22 हजार से अधिक लोग ठीक हुए हैं. हालांकि, मौत का आंकड़ा अभी भी बरकरार है, पिछले 24 घंटे में 4329 लोगों की मौत हुई है.
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कोरोना से डॉक्टर्स की मौतों को लेकर IMA के वित्त सचिव डॉ. अनिल गोयल कहते हैं कि जो डॉक्टर कोविड यूनिट में दिन रात काम कर रहे हैं. हो सकता है वैक्सीनेशन के बाद भी उनकी इम्यूनिटी उतनी न हो जिससे वे कोविड के नए वेरिएंट से पार पा सकें, इसलिए डॉक्टरों की ज्यादा मौतें हो रही हैं. अनिल गोयल ने कहा कि डॉक्टरों और प्रशासन को कहना चाहता हूं कि 6-8 घंटे से ज्यादा काम न करें.
HIGHLIGHTS
- डॉक्टरों पर भी कहर बनकर टूटी दूसरी लहर
- देशभर में दूसरी लहर में 269 डॉक्टरों की मौत
- पूर्व IMA अध्यक्ष केके अग्रवाल का भी निधन