पश्चिम बंगाल (West Bengal) के दिनाजपुर जिले में किशोरी की कथित रूप से बलात्कार के बाद हत्या के मामले को लेकर रविवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. गुस्साए लोगों ने प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग 31 को अवरूद्ध कर दिया तथा सरकारी बसों और पुलिस की गाड़ियों को आग लगा दी. प्रदर्शनकारी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. तभी सुरक्षा कर्मियों और स्थानीय लोगों के बीच झड़प हुई. सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. इस विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों सहित करीब 30 लोग जख्मी हो गए.
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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि किशोरी रविवार सुबह सिलीगुड़ी के पास सोनापुर गांव में स्थित अपने घर से शौचालय जाने के लिए निकली थी, जिसके बाद उसको कथित रूप से अगवा कर लिया गया. वह कुछ घंटों के बाद मृत मिली. ग्रामीणों का आरोप है कि उसकी हत्या करने से पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस कर्मी अवरोध हटाने की कोशिश कर रहे थे तभी, उत्तर बंगाल राज्य परिवहन निगम की तीन बसों को आग लगा दी गई. साथ में पुलिस की तीन गाड़ियों को भी फूंक दिया गया.
अधिकारियों ने बताया कि अवरोध और प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए रैपिड एक्शन बल समेत अतिरिक्त बल मौके पर बुलाया गया. हालात पर काबू पाने के लिए सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले भी दागे. तनावपूर्ण हालात को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद है.
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इस पूरे घटनाक्रम पर पश्चिम बंगाल के मंत्री गौतम देव ने दुख जताया है. उन्होंने कहा, 'बहुत दुखद घटना है. हम इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहते हैं. जांच की जाएगी और दोषियों को कानून के अनुसार दंडित किया जाएगा.' हम सोमवार को पीड़ित परिवार से मिलेंगे.'