आयकर विभाग (IT) ने विदेशी खाता टैक्स अनुपालन अधिनियम (FATCA) के तहत 125 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता लगाया है। खुफिया और अपराधिक जांच महानिदेशालय और आयकर विभाग ने 9,000 मामलों के सत्यापन के बाद इस अघोषित आय का पता लगाया है। आयकर विभाग ने 700 से अधिक मामलों में काला धन अधिनियम की धारा-43 के तहत जुर्माना भरने की सिफारिश की है।
जांच अधिकारियों ने काला धन कानून की धारा 49 और 51 के तहत जुर्माना लगाने के साथ-साथ कार्रवाई करने की भी सलाह दी है।
वरिष्ठ आयकर अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, 'हमनें अघोषित आय में बहुत ज्यादा तेजी देखी है जो कि करीब 125 करोड़ है। साल 2014 में मात्र 27 करोड़ रुपये अघोषित आय का पता लगा था।'
उन्होंने कहा कि 100 मामलों में एक लाख रुपये जुर्माना लगाने की सिफारिश की गई है। 9000 मामलों में विभाग ने 1100 से अधिक अपूर्ण या विदेशी पतों पर पाया।
उन्होंने कहा कि अपूर्ण पते का मतलब है कि किसी व्यक्ति से संबंधित सूचना मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ है जो विभिन्न विदेशी कार्यों से जुड़े हैं।
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आयकर अधिकारी के अनुसार, 'इसके कारण ज्यादातर लोग रेंट के अपार्टमेंट में रहते हैं और इस कारण उनका पता बदलता रहता है। FATCA के तहत आयकर विभाग ने 39 देशों से 1.2 लाख लोगों के साल 2016 का आंकड़ा प्राप्त किया। करीब 61 हजार मामलों में भारतीय पते मौजूद नहीं थे। 1.2 लाख व्यक्तियों में सिर्फ 34,000 मामलों में पैन (स्थायी खाता संख्या) मौजूद है।'
अमेरिका के द्वारा 2010 में अमल में लाया गया FATCA का उद्देश्य सूचना हासिल कर टैक्स चोरी पर लगाम लगाना था।
Source : News Nation Bureau