कर्नाटक कांग्रेस के नेताओं जी.परमेश्वर व आर.एल.जलप्पा के बेंगलुरू व राज्य में दूसरे जगहों के परिसरों पर 100 से ज्यादा आयकर विभाग के अधिकारियों के छापेमारी के दौरान चार से पांच करोड़ की नकदी 'जब्त' की गई है. एक सूत्र ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. सूत्र ने मीडिया से नाम नहीं जाहिर करने के आग्रह के साथ कहा, "परमेश्वर व जलप्पा के 25 से 30 परिसरों पर तलाशी व जब्ती की कार्रवाई की गई. यह कार्रवाई कथित कर चोरी व बेहिसाब संपत्ति का खुलासा नहीं करने को लेकर की गई. यह संपत्तियां दोनों नेताओं ने अपने संबंधियों व दोस्तों के साथ मिलकर शैक्षिक संस्थानों के संचालन से बनाई हैं."
शहर के उत्तर पश्चिम उपनगर सदाशिवनगर में परमेश्वर के आवास से कथित तौर पर करीब 70 लाख की नकदी जब्त की गई है. परमेश्वर (68) राज्य की 14 महीने पुरानी जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार में उप मुख्यमंत्री थे और पार्टी की राज्य इकाई के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं. हालांकि, एक आयकर अधिकारी ने नकदी के जब्ती व दस्तावेजों की पुष्टि करने से इनकार कर दिया, क्योंकि तलाशी अभियान जारी है और जांच शाखा के महानिदेशक द्वारा कार्रवाई के बाद एक बयान जारी किया जाएगा.
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आयकर अधिकारी ने कहा, "कवायद के पूरी होने तक व जब्त किए गए सामानों के मूल्य लगाए जाने तक हम उसका खुलासा नहीं कर सकते. हम अभियान के पूरा होने के बाद बयान जारी कर सकते हैं." परमेश्वर व जलप्पा (93) अपने परिवार व रिश्तेदातों के साथ उच्च शैक्षिक संस्थानों की एक श्रृंखला के प्रमुख हैं. इन संस्थानों में राज्य के दक्षिण पूर्व में मेडिकल, डेंटल व इंजीनियरिंग कॉलेज शामिल हैं.
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परमेश्वर व उनके परिवार द्वारा सिद्धार्थ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन का संचालन किया जाता है. इसी तरह से जलप्पा ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन है. इसमें चिक्काबलपुर व कोलार में देवराज उर्स इंजीनियरिंग एंड मेडिकल कॉलेज शामिल है. यह दोनों बेंगलुरू से 70-100 किमी पूर्व में स्थित हैं.