स्वतंत्रता दिवस 2022: भारत 15 अगस्त, 2022 को अपनी स्वतंत्रता का 75वां वर्ष मना रहा है. संस्कृति मंत्रालय और भारत सरकार के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस उत्सव का शीर्षक 'आजादी का अमृत महोत्सव' रखा गया है. पीएम मोदी ने आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के तहत 13 अगस्त से 15 अगस्त तक केंद्र सरकार के हर घर तिरंगा अभियान में नागरिकों से भाग लेने का भी आग्रह किया है. निश्चित रूप से राष्ट्रीय धव्ज फहराना किसी भी भारतीय के लिए गर्व की बात है. भारत सरकार के लिए इसे फहराने के लिए कई नियम कानून बना रखे हैं. सरकार ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने और इसका इस्तेमाल करने के लिए अलग से एक ध्वज संहिता बनाई है. हर भारतीय को राष्ट्रीय ध्वज फहराते समय सभी नियमों को निश्चित रूप से जानना चाहिए ताकि किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं हों.
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स्वतंत्रता दिवस 2022: राष्ट्रीय ध्वज को प्रदर्शित करते समय की जाने वाली गलतियां :
- राष्ट्रीय ध्वज को उल्टे तरीके से नहीं फहराएं यानी कि भगवा पट्टी नीचे की तरफ नहीं होनी चाहिए
- फटे या उल्टा राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराया जाना चाहिए. इसके साथ ये भी सुनिश्चित करें कि हमारा तिरंगा जमीन की सतह से न छूता हो
- राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग उत्सव या किसी अन्य तरीके से सजावट के लिए नहीं किया जाएगा
- राष्ट्रीय ध्वज को किसी अन्य झंडे से ऊंचा नहीं रख सकते या लगा सकते हैं
- राष्ट्रीय ध्वज को किसी सामान या किसी भी चीज जैसै मकान आदि को ढकने में बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता
- झंडे पर कुछ भी लिखना पूरी तरह गैरकानूनी है
- राष्ट्रीय ध्वज को किसी गाड़ी के पीछे या जहाज नहीं लगाने की अनुमति है
- झंडे का आकार को नियम हैं. इसे आयताकार नहीं होना चाहिए. तिरंगे की लंबाई 3 अनुपात 2 की होनी चाहिए
- झंडे को कभी भी आधा झुकाकर नहीं फहराया जाना चाहिए
- झंडा अगर फट जाए या फिर गंदा हो जाए तो उसे काफी अनुशासनात्मक तरीके से नष्ट किया जाना चाहिए