Independence Day 2023: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कल यानि मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लालकिले की प्राचीर पर ध्वाजारोहण करेंगे. उसके बाद राष्ट्र के नाम अपना संबोधन देंगे. आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश की जनता को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा, स्वतंत्रा दिवस हमें याद दिलाता है कि हम एशिया के सबसे बड़े समुदाय हैं. भारत लोकतंत्र की जननी है. हमारी स्वाधिनता के साथ उपनिवेशवाद समाप्त हो गया. हमारे सत्य और अहिंसा को पूरे विश्व ने अपनाया. आज महिला हर क्षेत्र में बढ़ चढकर योगदान दे रही हैंं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 77वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सोमवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा, यह दिन हम सब के लिए गौरवपूर्ण और पावन है. उन्होंने कहा, ‘चारों ओर उत्सव का वातावरण देखकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है.’ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, ‘स्वतंत्रता दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हम केवल एक व्यक्ति ही नहीं हैं, बल्कि हम एक ऐसे महान जन-समुदाय का हिस्सा हैं, जो अपनी तरह का सबसे बड़ा और जीवंत समुदाय है. यह विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के नागरिकों का समुदाय है.’
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उन्होंने कहा, ‘जाति, पंथ, भाषा और क्षेत्र के अलावा, हमारी अपने परिवार और कार्य-क्षेत्र से जुड़ी पहचान भी है. लेकिन हमारी एक पहचान ऐसी है जो इन सबसे ऊपर है, और हमारी वह पहचान है, भारत का नागरिक होना.’ उन्होंने कहा, ‘गांधीजी तथा अन्य महानायकों ने भारत को जगाने का काम किया. हमारी महान सभ्यता मूल्यों का जन-जन में संचार किया. सरोजिनी नायडू, अम्मू स्वामीनाथन, रमा देवी, अरुणा आसफ़ अली और सुचेता कृपलानी जैसी अनेक महिला विभूतियों ने अपने बाद की सभी पीढ़ियों की महिलाओं के लिए आत्म-विश्वास के साथ, देश तथा समाज की सेवा को लेकर प्रेरक आदर्श प्रस्तुत किए हैं.’
देश सेवा के हर क्षेत्र में बड़ा योगदान दे रही हैं महिलाएं
आज महिलाएं विकास और देश सेवा के हर क्षेत्र में बड़ा योगदान दे रही हैं. राष्ट्र का गौरव बढ़ा है. आज महिलाओं ने ऐसे अनेक क्षेत्रों में अपना विशेष स्थान बनाया है. इसमें कुछ दशकों पहले उनकी भागीदारी की कल्पना भी करना मुश्किल था. वे सभी देशवासियों से आग्रह करती हूं कि वे महिला सशक्तीकरण को प्राथमिकता दें. हमारी बहनें और बेटियां साहस के साथ हर तरह की चुनौतियों का सामना करें और जीवन में आगे बढ़ें.
चंद्रयान हमारे भविष्य की राह
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन नई ऊंचाइयों को छू रहा है. ये उत्कृष्टता के नए आयाम स्थापित कर रहा है. ISRO ने चंद्रयान 3 लॉन्च किया है, जो चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कर चुका है. चंद्रमा का अभियान अंतरिक्ष के हमारे भावी कार्यक्रमों के लिए केवल एक सीढ़ी है. हमें आगे तक जाना है. उन्होंने कहा कि अनुसंधान, नई तकनीक और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए अगले पांच सालों में 50,000 करोड़ रुपये की राशि से सरकार अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन को स्थापित कर रही है. यह फाउंडेशन हमारे कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और अनुसंधान केन्द्रों में रिसर्च और डेवलपमेंट को आधार प्रदान करेगा. उन्हें विकसित करेगा और आगे ले जाएगा.
HIGHLIGHTS
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 77वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश नाम संबोधन दिया
- चारों ओर उत्सव का वातावरण देखकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही: द्रौपदी मुर्मू
- गांधीजी तथा अन्य महानायकों ने भारत को जगाने का काम किया
Source : News Nation Bureau