कोविड-19 (COVID-19) की वजह से इस बार का स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) कई मायनों में अलग रहने वाला है..पूरा कार्यक्रम कोविड 19 की गाइडलाइंस को ध्यान में रखकर बनाया गया..संक्रमण के इस काल में देश की निगाहें एक बार फिर पीएम मोदी पर होंगी की इस बार वो लालकिले की प्राचीर से क्या बोलते हैं. कोरोनावायरस संक्रमण दौर के बीच इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं. गृह मंत्रालय गाइडलाइंस के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग का खास खयाल रखा जाएगा और सिर्फ 1500 मेहमानों को ही समारोह में आमंत्रित किया जाएगा जो कि कोरोना वारियर्स होंगे.
स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान पिछले साढ़े चार महीनों में भारत के कोरोना वारियर्स ने जिस मजबूती से ये जंग लड़ी है देश उसे याद करेगा. यही वजह है कि आयोजन के दौरान उन्हे ही बतौर अतिथि बुलाया जाएगा. इनकी तादात 1500 होगी, इसमें कोरोना वारियर्स ही रहेंगे. इसमें एमसीडी कर्मचारी, अस्पताल कर्मचारी और दिल्ली पुलिस के जवान का नाम गेस्ट लिस्ट में हैं, गृह मंत्रालय इस सूची को अंतिम रूप दे रहा है, गेस्ट की ये संख्या हर साल के मुकाबले बेहद कम है हर साल दस हजार से ज्यादा गेस्ट स्वतंत्रता दिवस समारोह में मौजूद रहते हैं.
समारोह अतुल्य भारत की थीम पर होगा
समारोह की अतुल्य भारत थीम रहेगी और कोरोना वारियर्स के योगदान का जिक्र किया जाएगा आयोजन के दौरान, कोरोना फाइट को प्रमुखता दी जाएगी. इस साल के कार्यक्रम में अन्य महत्वपूर्ण बदलाव भी किए गए हैं. समारोह के दौरान मंत्री, सेक्रेटरी स्तर के अधिकारी जिनकी तादात करीब 800 होती है और ऊपर के रैंप पर बैठते थे, इस बार ऊपर के रैंप पर सिर्फ 100 लोग बैठेंगे, बाकी के 700 लोग नीचे बैठेंगे. इससे पहले के समारोह में ज्वाइंट सेक्रेट्री और डिप्टी सेक्रेटरी स्तर के अधिकारियों को बुलाया जाता था लेकिन इस बार उच्च अधिकारियों ने सहमति यह बनी है कि सिर्फ ज्वाइंट सेक्रेट्री स्तर के अधिकारियों को बुलाया जाए.
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कोरोना वायरस संक्रमण के चलते कम छात्रों को न्योता
आपको बता दें कि अबतक स्वतंत्रता दिवस समारोह में 4200 बच्चे आते थे जिसमें एनसीसी के भी छात्र होते थे, इनको जमीन पर बैठाया जाता था लेकिन इस बार कोरोनावायरस खतरे के चलते सिर्फ 500 एनसीसी छात्रों को बुलाया गया है, इन्हें सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कुर्सियों पर बैठाया जाएगा. समारोह स्थल के पास पार्क में इमरजेंसी कोविड सेंटर बनाए जाएंगे, टेंट से तैयार किए गए इन हेल्थ सेंटर में दो से तीन बेड होंगे. ये व्यवस्था इसलिए की जा रही है ताकि कोरोना के किसी इमरजेंसी के हालात में तुरंत उचित इलाज जरूरतमंद को मिल सके.
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देश को आत्मनिर्भर बनाने पर चर्चा कर सकते हैं पीएम मोदी
15 अगस्त को लेकर सारी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं. सरकार के लिए कोरोना काल मे ये कार्यक्रम किसी चुनौती से कम नहीं है, कोरोना को ध्यान में रखते हुए बड़ी सावधानी बरती जा रही है. प्रधानमंत्री 7.21 मिनट पर लालकिला पहुचेंगे.7.30 पर ध्वजारोहण होगा. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पीएम नरेंद्र मोदी इस कोरोना कॉल में. भारत को कैसे आत्मनिर्भर बनाया जाए इसके लिए सरकार द्वारा कौन कौन से कदम उठाए गए हैं उसका जिक्र करेंगे.
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वन नेशन वन हेल्थ कार्ड पर बात कर सकते हैं पीएम मोदी
जो सामान कभी कोरोना काल से पहले हम मंगाते थे आज उसका उत्पादन भारत मे किया जा रहा है वो सेक्टर कौन कौन से हैं. इस पर फोकस रहेगा. One Nation One Health Card..पीएम मोदी लाल किले की प्राचीर से इस योजना का ऐलान कर सकते है जिसमें एक कार्ड के अंदर एक मरीज की सारी जानकारी उपलब्ध रहेगी. कोरोना की लड़ाई भारत ने पूरी मजबूती के साथ लड़ी है ऐसे में कोरोना वॉरियर्स की मंच से पीएम हौसला आफजाई कर सकते हैं