भारत ने एक बार फिर से जासूसी के कथित आरोप में पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव के लिए राजनयिक पहुंच की मांग की है। पाकिस्तान की सैन्य अदालत भारतीय नागरिक और पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुना चुकी है, जिस पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय रोक लगा चुकी है।
भारत ने इसके साथ ही पाकिस्तान के साथ दोनों देशों के जेलों में बंद कैदियों की सूची की भी अदला-बदली की है। पाकिस्तान ने भारत के साथ कैदियों की जो सूची साझा की है उसमें कम से कम 546 भारतीय जेल में बंद हैं, जिसमें करीब 500 से अधिक मछुआरे हैं।
भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, 'भारत ने एक बार फिर से हामिद नेहाल अंसारी और कुलभूषण जाधव समेत पाकिस्तान की जेल में बंद कैदियों को राजनयिक पहुंच दिए जाने की मांग की है।' जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने अप्रैल में फांसी की सजा सुनाई थी, जिसके खिलाफ भारत ने अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में अपील की थी।
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अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ने भारत की अपील पर सुनवाई करते हुए जाधव की फांसी की सजा पर रोक लगा दी है। अंसारी मुंबई के रहने वाले हैं और पाकिस्तान ने उन्हें अफगानिस्तान के रास्ते देश में कथित तौर पर घुसने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। पाकिस्तान ने अंसारी को कथित जासूसी के आरोप में जेल में बंद कर रखा है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक सूची में 52 नागरिक और 494 मछुआरे हैं।
दोनों देशों ने मई 2008 में एक समझौता किया था, जिसके तहत वह कैदियों की सूची की अदला-बदली करते हैं। दोनों देश हर साल 1 जनवरी और 1 जुलाई को कैदियों की सूची की अदला-बदली करते हैं।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि 6 जनवरी को उसने 219 भारतीय मछुआरों को रिहा किया है और वह 10 जुलाई को 77 अन्य मछुआरों को रिहा करेगा।
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HIGHLIGHTS
- भारत ने एक बार फिर से जासूसी के कथित आरोप में पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव के लिए राजनयिक पहुंच की मांग की है
- पाकिस्तान की सैन्य अदालत भारतीय नागरिक और पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुना चुकी है
Source : News Nation Bureau