Manipur Violence : इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) के नेता बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करें. इंडिया अलायंस के 21 सांसद दो दिवसीय मणिपुर दौरे पर गए हैं. अब ये सांसद मणिपुर की स्थिति के बारे में राष्ट्रपति को बताएंगे. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि विपक्ष की ओर से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को राष्ट्रपति से मिलने का वक्त मांगा था. मणिपुर हिंसा पर चर्चा को लेकर केंद्र ने विपक्ष को घेरा है.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि भारत सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है... सरकार चाहती है कि मणिपुर पर चर्चा हो और अब वे (विपक्ष) नियम 267 के तहत चर्चा की मांग कर रहे हैं.. .इससे पहले भी पूर्वोत्तर में कई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हो चुकी हैं. उस समय गृह मंत्री वहां गए भी नहीं थे. कोई चर्चा नहीं हुई. अगर कोई चर्चा हुई तो राज्य मंत्री ने उत्तर दिया, लेकिन इस बार हमारे गृह मंत्री कह रहे हैं कि वह चर्चा चाहते हैं और जवाब देना चाहते हैं... समस्या यह है कि पीएम मोदी के सत्ता में आने के 9 साल बाद भी वे इस बात को पचा नहीं पा रहे हैं कि लोगों ने उन्हें यह फैसला सुनाया है. गांधी परिवार को लगता है कि पीएम की कुर्सी पर बैठना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है.
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#WATCH भारत सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है...सरकार चाहती है कि मणिपुर पर चर्चा हो और अब वे (विपक्ष) नियम 267 के तहत चर्चा की मांग कर रहे हैं...इससे पहले भी पूर्वोत्तर में कई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हो चुकी हैं। उस समय गृह मंत्री वहां गये भी नहीं थे। कोई चर्चा नहीं हुई। यदि… pic.twitter.com/9e4yIPtTKZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 1, 2023
हम ये प्रेस कॉन्फ्रेंस इसलिए कर रहे हैं क्योंकि सरकार हमें संसद में बोलने नहीं दे रही है। पीएम अन्य मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं लेकिन वह हमें जवाब नहीं दे रहे हैं। पीएम मोदी मणिपुर मुद्दे पर बयान देने को तैयार नहीं हैं, वह संसद में नहीं बोल रहे हैं। वे भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे… pic.twitter.com/53TtNlIf6Y
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 1, 2023
इससे पहले विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम ये प्रेस कॉन्फ्रेंस इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि सरकार हमें संसद में बोलने नहीं दे रही है. पीएम अन्य मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं, लेकिन वह हमें जवाब नहीं दे रहे हैं. पीएम मोदी मणिपुर मुद्दे पर बयान देने को तैयार नहीं हैं, वह संसद में नहीं बोल रहे हैं. वे भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं कि विपक्ष इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार नहीं है, लेकिन हम इस मुद्दे पर चर्चा के लिए पिछले 11 दिनों से इंतजार कर रहे हैं.
Source : News Nation Bureau