अमेरिका और भारत 6 सितंबर को होने वाली उच्चस्तरीय बैठक में कई रक्षा संबंधी समझौता करेंगे। दोनों देशों की सेना इस समझौते के जरिये आपसी सहयोग को बढ़ाने की दिशा में कदम रहेगी। इसके साथ ही भारत और अमेरिका इस क्षेत्र में चीन के हस्तक्षेप को भी कम करना चाहेंगे। राजधानी दिल्ली में 6 सितंबर को भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस और विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो से 2+2 डायलॉग के तहत मुलाकात करेंगे। इस साल 2+2 डायलॉग दो बार रद्द हो चुका है। भारत और अमेरिका के बीच यह सबसे उच्च स्तरीय बैठक है।
इस बैठक में भारत के रूस और ईरान के साथ संबंध से जुड़े मुद्दे भी शामिल हैं। दोनों देश ड्रोन बेचने और सैटेलाइट डेटा के आदान-प्रदान को लेकर भी समझौता होने की संभावना है।यूएस डिफेंस के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि दोनों देश जल, थल और वायु इन तीनों जगह कई महत्वूर्ण जॉइंट एक्सरसाइज करने की सोच रही हैं।
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इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर बातचीत होने की संभावना है। अमेरिका भारत पर ईरान और रूस पर लगे प्रतिबंधों को लागू करने का दबाव लगातार बना रहा है। भारत रूस के सरफेस टू एयर मिसाइल स-400 खरीदे जाने को लेकर अमेरिका की चिंता बरकरार है। अमेरिका ने रूस पर कई प्रतिबंध लगाए है जिसके तहत रूस के साथ डिफेंस और इंटेलिजेंस क्षेत्र में संबंध रखने वाले देश में भी अमेरिका के प्रतिबंधों का सामना कर सकते है।
Source : News Nation Bureau