पूर्वी लद्दाख़ में इन दिनों भारत और चीन की सेना आमने-सामने हैं. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने तो अपनी सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने को भी बोल दिया है. भारत भी चीन की की नापाक चाल से सतर्क है और सामरिक तैयारी पर फोकस किया जा रहा है. एक दिन पहले ही भारत के पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल (NSA), सीडीएस जनरल विपिन रावत के अलावा तीनों सेनाओं के अध्यक्षों से चीन के खिलाफ तैयारी का ब्लूप्रिंट लिया. आइये जानते हैं कि अगर आज भारत और चीन के बीच लड़ाई हुई तो किसका पलड़ा भारी पड़ेगा.
इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेटीजिक स्टडीज की एक रिपोर्ट की मानें तो चीन के पास सबसे ज़्यादा 22,85,000 लड़ाकू सैनिक हैं. भारत के पास यह संख्या 13,25,000 है. चीन के पास 1,669 लड़ाकू विमान हैं, जिनमें जे-11, जे-10, सुखोई-30 और जेएच-7 जैसे फाइटर प्लेन शामिल हैं. वहीं भारत के पास करीब 1,380 लड़ाकू विमान हैं. भारत के बेड़े में सुखोई, मिराज, मिग-29, मिग-27, मिग-21 और जगुआर शामिल हैं.
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चीन के पास 13 हज़ार किलोमीटर रेंज वाली डांग फेंग-5 और इसी सीरीज की दूसरी मिसाइलें हैं तो भारतीय सेना के बेड़े में सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस, अग्नि, पृथ्वी, आकाश और नाग जैसे मिसाइल हैं. ब्रह्मोस की तकनीक सबसे आधुनिक है और इसे 5 मिनट में दागने के लिए तैयार किया जा सकता है. चीन के पास 75 युद्धपोत हैं, तो भारत के पास 27. चीन के पास 150 से 200 परमाणु हथियार हैं तो भारत के पास 50 से 90 परमाणु हथियार हैं.
Source : News Nation Bureau