4 यूरोपीय देशों के दौरे पर निकले पीएम मोदी के रूस पहुंचने के बाद वहां उनका भव्य स्वागत हुआ। पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति पुतिन की मौजूदगी में दोनों देशों के बीच 5 अहम समझौते हुए।
इन समझौते में सबसे अहम है कुडनकुलम परमाणु संयंत्र 5 और 6 के लिए दोनों देशों के बीच समझौता। इन दोनों संयंत्रों की मदद से भारत 1000 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर सकेगा। दोनों देशों के बीच कुडनकुलम न्यूक्लियर पावर प्लांट की पांचवीं और छठी यूनिट के लिए जनरल फ्रेमवर्क अग्रीमेंट हो गया है। पहली और दूसरी यूनिटों में उत्पादन शुरू हो चुका है। न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप में भारत की मेंबरशिप के लिए भारत की अर्जी का रूस ने स्वागत किया है।
दोनों देशों के बीच समझौते के बाद सेंट पीटर्स में पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेस किया जिसमें पुतिन ने सीमापार आतंकवाद पर भारत को बिना किसी शर्त के समर्थन देने का ऐलान किया।
पीएम मोदी ने पुतिन के इस बयान का स्वागत करते हुए इसके लिए रूस का शुक्रिया अदा किया है। पीएम मोदी ने कहा, 'आतंकवाद, सामरिक हितों के महत्व और तमाम अन्य मुद्दों पर भारत और रूस हमेशा एक दूसरे के समर्थन में रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां इशारों में पाकिस्तान पर भी निशाना साधा। चीन के वन बेल्ट वन रोड के जवाब में भारत ने भी रूस के साथ मिलकर यूरोप से जोड़ने वाले प्रस्तावित ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट पर चर्चा की।
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दोनों देशों के बीच हीरे के व्यापार को बढ़ाने पर भी चर्चा हुई है। रूस दुनिया में कच्चे हीरे का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है जबकि भारत प्रोसेस्ड हीरे का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है।
पीएम ने कहा दोनों देशों का संबंध ऐसा फलदायी पेड़ है जिसकों 7 दशकों में अलग-अलग नेताओं ने सींचा है। पीएम मोदी ने ये भी कहा कि परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में भारत और रूस के बीच अब संबंध और मजबूत होंगे।
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Source : News Nation Bureau