अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर हुए अतंकवादी हमले में पाकिस्तान का सीधे तौर पर नाम लिया है और कहा है कि इससे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और अमेरिका का सहयोग और मजबूत होगा. ट्रंप की प्रेस सचिव सारा हुकाबी सैंडर्स ने गुरुवार रात कहा, "पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह द्वारा किए गए जघन्य आतंकवादी हमले की अमेरिका निंदा करता है, जिसमें भारतीय अर्धसैनिक बल के 40 से अधिक जवान शहीद हो गए हैं और कम से कम 44 अन्य घायल हुए हैं."
बयान में कहा गया है, "अमेरिका ने पाकिस्तान से अपनी सरजमीं से संचालित हो रहे सभी आतंकवादी समूहों का समर्थन बंद करने के लिए कहा है. साथ ही उससे आतंकियों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने को फौरन बंद करने के लिए कहा है, जिनका एकमात्र लक्ष्य इस क्षेत्र में अराजकता, हिंसा और आतंकवाद फैलाना है."
व्हाइट हाउस के बयान में चेतावनी देते हुए कहा गया है, "यह हमला अमेरिका और भारत के बीच आतंकवाद-रोधी सहयोग और समन्वय को मजबूत करने के हमारे संकल्प को मजबूत करता है."
पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) ने गुरुवार को पुलवामा में हुए हमले की जिम्मेदारी ली है. हमले में 45 जवान शहीद हुए हैं, जबकि 38 घायल हुए हैं.
हमले की निंदा करते हुए विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा, "अमेरिका अपने सभी स्वरूपों में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत सरकार के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है."
वाशिंगटन में उनके उप प्रेस सचिव रॉबर्ट पालडिनो द्वारा जारी बयान में कहा गया है, "संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने इस जघन्य कृत्य की जिम्मेदारी ली है."
बयान में कहा गया है, "हम सभी देशों से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुरूप अपनी जिम्मेदारियों को बनाए रखने के लिए और आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह और समर्थन देना बंद करने की अपील करते हैं."
Source : IANS