दिल्ली में अफगानिस्तान की स्थिति को लेकर एनएसए अजीत डोभाल की अध्यक्षता में बैठक हुई. इस बैठक में सात देशों ने हिस्सा लिया, जिसमें रूस, ईरान, ईरानताजिकिस्तान, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान सुरक्षा प्रतिनिधि शामिल हुए. हालांकि, एनएसए स्तर की मीटिंग में पाकिस्तान और चीन शामिल नहीं हुए हैं. इस बैठक को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पाकिस्तान और चीन पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि एनएसए की बैठक के लिए पाकिस्तान को निमंत्रण भेजा गया था, लेकिन वे शामिल नहीं हुए. अफगानिस्तान के प्रति पाकिस्तान का रवैया साफ दिख रहा है.
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विदेश मंत्रालय ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में चीन अवैध निर्माण कर रहा है. भारत ने चीन के इस रैवेया का कड़ा विरोध जताया है. उन्होंने आगे कहा कि हमने अपनी बैठक को सफलता पूर्वक किया, जिसके बाद दिल्ली डिक्लियरेशन कर पाए. हमने पाकिस्तान को भी बुलाया था, लेकिन उनका रवैया सबके सामने है. हमने चीन को भी बुलाया था, वे यहां नहीं आए, लेकिन पाकिस्तान गए. ये उनका निर्णय है.
पेंटागन रिपोर्ट पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि ईस्टर्न सेक्टर में चीन के निर्माण कार्य चल रहे हैं. चीन कई वर्षों से ऐसा कर रहा है. चीन अवैध रूप से हमारे कब्जे वाले हिस्से पर भी निर्माण कार्य करता रहा है, जिसे हम स्वीकार नहीं करते और इसका विरोध करते रहे हैं. डिप्लोमैटिक चैनल और गवर्नमेंट स्तर पर हम इसका विरोध करते रहे हैं. हम भारत की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और उसके लिए हैट जरूरी कदम उठाते रहे हैं.
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जम्मू-कश्मीर के मसले पर OIC के स्टेटमेंट पर भारत ने नाराजगी जाहिर की और हमारे अंदरूनी मसले में दखलंदाजी बताया है. MEA ने आगे कहा कि करतारपुर कॉरिडोर कोविड के बाद बंद हो गया था. उसके बाद अटारी बागा से सीमित संख्या में यात्रा हो रही है. 1500 यात्रियों का एक जत्था गुरु पर्व पर पाकिस्तान की यात्रा करेगा.