पुलवामा हमले (Pulwama Attack) के ठीक चौथे दिन सुरक्षाबलों ने पुलवामा के मास्टरमाइंड राशिद गाजी को ढेर कर दिया. पुलवामा के पिंगलान इलाके में रविवार आधी रात से जारी एनकाउंटर (Pulwama Encounter) में सुरक्षाबलों ने सोमवार सुबह राशिद गाजी उर्फ कामरान और हिलाल अहमद को ढेर कर दिया. माना जा रहा है कि राशिद गाजी के ही निर्देशन में आतंकियों ने पुलवामा की घटना को अंजाम दिया था. बताया जा रहा है कि राशिद गाजी अफगान में आतंक फैलाता रहा है, लेकिन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर ने अपनी भतीजे उस्मान की मौत का बदला लेने के लिए उसे कश्मीर में तैनात किया था.
#JammuAndKashmir : Two terrorists have been killed during encounter between terrorists and security forces, in Pinglan area of Pulwama district. Operation still in progress.
— ANI (@ANI) February 18, 2019
पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए हमले के बाद से ही घाटी में सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन तेज कर दिया था. रविवार देर रात सुरक्षाबलों को खबर मिली कि पुलवामा के पिंगलान में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं. इसके बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया और 11 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद दो आतंकियों को ढेर कर दिया. हालांकि इस मुठभेड़ में सेना के एक मेजर सहित 4 जवान शहीद हो गए.
#WATCH Police in #Pulwama appeals to locals to leave the site of Pulwama encounter. Four 55 Rashtriya Rifles personnel have lost their lives & one injured and two terrorists neutralised in the ongoing operation. (Visuals deferred by unspecified time) #JammuAndKashmir pic.twitter.com/q2X13OitXX
— ANI (@ANI) February 18, 2019
ऑपरेशन में 55RR, CRPF और SOG के जवान शामिल थे. आतंकियों से मुठभेड़ में एक मेजर मेजर डीएस डोंडियाल सहित 4 जवान शहीद हो गए. शहीद जवानों में हेड कॉन्स्टेबल सेवा राम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरी सिंह शामिल हैं. एक घायल जवान को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
कौन है आतंकी गाजी राशिद?
जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर ने अपने भतीजे उस्मान की मौत का बदला लेने के लिए अपने टॉप कमांडर आईईडी एक्सपर्ट गाजी राशिद को तैनात किया था. माना जाता है कि गाजी अपने 2 सहयोगियों के साथ दिसंबर में कश्मीर में घुसा था.
गाजी राशिद ने 2008 में जैश-ए-मोहम्मद ज्वाइन किया था और उसकी ट्रेनिंग तालिबान में हुई थी. कुछ ही समय बाद उसने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के इलाके में युवा लड़ाकों को ट्रेनिंग देनी शुरू की थी.