प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और उनकी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना ने मंगलवार को कई मुद्दों पर व्यापक चर्चा की. उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों में गति बनाए रखने के लिए एक व्यापक आर्थिक साझेदारी (CEPA) समझौते पर बातचीत शुरू करने का फैसला किया. भारत और बांग्लादेश ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और भारत दौरे पर आई प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) की मौजूदगी में सात समझौता ज्ञापनों (MOU) पर हस्ताक्षर किए. हैदराबाद हाउस में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद इन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए.
यहां एक विशेष ब्रीफिंग में भारतीय विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने कहा कि दोनों देशों में लचीला सप्लाई चेन का निर्माण करने के लिए दोनों देश के नेता सहमत हैं. "भारत एशिया में बांग्लादेशी उत्पादों का सबसे बड़ा बाजार है और महामारी के बावजूद द्विपक्षीय व्यापार पिछले वित्तीय वर्षों में दोनों देशों के बीच 18 अरब अमेरिकी डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है". "इस गति को बनाए रखने के लिए इस वर्ष 2022 में एक द्विपक्षीय व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) पर बातचीत करने के लिए दोनों नेताओं ने संबंधित मंत्रालयों को इसे शुरू करने का निर्देश दिया है और LDC (least developed country) की स्थिति से बांग्लादेश को बाहर निकालने के लिए इसे समय पर पूरा करने को कहा है.
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दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों और दृष्टिकोणों का भी आदान-प्रदान किया. विदेश सचिव ने बताया कि इस चुनौतीपूर्ण समय में विकास की गति को आगे बनाए रखने के लिए द्विपक्षीय और उपक्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने को लेकर दोनों नेताओं के बीच आगे के महत्व पर एक मजबूत समझौता हुआ. दोनों प्रधानमंत्रियों ने राजनीतिक और सुरक्षा सहयोग, ऊर्जा भागीदारी, जल निगम, व्यापार और आर्थिक सहित संबंधों, विकास साझेदारी और लोगों से लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने जैसे द्विपक्षीय मुद्दों की पूरी श्रृंखला पर व्यापक और उपयोगी चर्चा की.