भारत में दक्षिण कोरिया के राजदूत शिन बोंगकिल (Shin Bong-kil, outgoing South Korean envoy to India) ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध कभी बेहतर नहीं रहे, लेकिन कोरोना महामारी के दौरान काफी मजबूत हुए हैं. शिन ने कहा कि पूरी दुनिया भले ही कोरोना संकट सामना कर रही है, लेकिन कोरिया के राष्ट्रपति और भारत के पीएम मोदी के बीच एक विशेष संबंध इससे पहले कभी इतना बेहतर नहीं रहा. उन्होंने कहा कि यह सबसे अच्छा और बेहतरी समय है. शिन ने याद किया कि जब कोरोना वायरस की दूसरी लहर की रोकथाम के लिए दक्षिण कोरिया ने भारत की मदद के लिए मेडिकल हेल्प भेजी थी.
किसी भी स्वीकृत टीके वाले लोगों को एक जुलाई अनुमति दी जाती है.
शिन बोंगििकल ने कहा कि डब्ल्यूटीओ द्वारा किसी भी स्वीकृत टीके वाले लोगों को एक जुलाई अनुमति दी जाती है. हालांकि कोवैक्सीन (COVID19 vaccine) के साथ वैक्सीनेशन करने वालों के लिए दो सप्ताह क्वारंटीन से छूट नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वीवीआईपी लोगों को इन मानदंडों में छूट दी गई है। उन्होंने कहा कि भारत के लोग कोविशील्ड वैक्सीन वैक्सीनेशन के साथ कोरिया में आसानी से प्रवेश पा सकेंगे। राजदूत ने यह भी कहा कि उन्होंने हैदराबाद में कोरोना वैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक समेत कई दवा कंपनियों के मालिकों से बातचीत की है. इन कंपनियों ने दक्षिण कोरियाई कंपनियों के साथ संबंधों को मजबूत करनें में दिलचस्पी दिखाई है। भारत मेंं कोरोना वैक्सीन के निर्माण को लेकर शिन ने कहा कि केवल भारत में ही कोरोना टीको के निर्माण की पूरी प्रक्रिया को विकसित करने की क्षमता है. जबकि अन्य किसी देश के पास ऐसे संशाधन और तकनीक नहीं है.
भारत जैसे महान देश में सेवा करना उनके लिए एक महान अवसर है
दक्षिण कोरियाई राजदूत शिन ने कहा कि भारत जैसे महान देश में सेवा करना उनके लिए एक महान अवसर है। भारत विश्व महाशिक्त के रूप में उभर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप में भारत दुनिया के टॉप तीन देशों मं स्थान हासिल करेगा.
HIGHLIGHTS
- भारत में दक्षिण कोरिया के राजदूत शिन बोंगकिल का बड़ा बयान
- दोनों देशों ( भारत-कोरिया ) के बीच संबंध कभी बेहतर नहीं रहे
- शिन ने कहा कि पूरी दुनिया भले ही कोरोना संकट सामना कर रही है