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रक्षा क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनेगा भारत, अर्जुन टैंकों में करेगा स्वदेशी इंजनों का इस्तेमाल!

Arjun Mk-1A: भारतीय सेना द्वारा मुख्य रूप से रेगिस्तानी इलाकों में अर्जुन एमके 1ए टैंकों की तैनाती की जाती है.

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Suhel Khan
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Arjun MK1 Tank

Arjun Mk-1 Tank( Photo Credit : Social Media)

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Arjun Mk-1A: भारत अर्जुन मार्क 1ए टैंकों के लिए एक स्वदेशी बिजली संयंत्र विकसित करने की योजना पर काम कर रहा है. बताया जा रहा है कि स्वदेशी टैंकों को बिजली देने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले जर्मन इंजनों की डिलीवरी में लगभग चार साल की देरी होने की संभावना है. रक्षा सूत्रों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि, "जर्मन इंजन निर्माताओं ने जानकारी दी है कि अर्जुन मार्क 1ए टैंकों में उपयोग किए जाने वाले इंजनों के उत्पादन को फिर से शुरू करने में उन्हें करीब 48 महीने का वक्त लग सकता है."

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रेगिस्तानी इलाकों में होता है अर्जुन टैंक का इस्तेमाल

बता दें कि भारतीय सेना द्वारा मुख्य रूप से रेगिस्तानी इलाकों में अर्जुन एमके 1ए टैंकों की तैनाती की जाती है. उन्होंने बताया कि अब एजेंसियां स्वदेशी इंजन विकसित करने की योजना पर काम कर रही है. जिसका उपयोग अर्जुन मटके1एएस को शक्ति देने के लिए किया जा सकता है. हालांकि इससे पहले कुछ इंजन विकास एजेंसियों के पास हैं और उनका उपयोग रक्षा मंत्रालय द्वारा दिए गए 118 टैंक ऑर्डर के लिए शुरुआती टैंक बनाने के लिए किया जाएगा. बता दें कि साल 2021 में, रक्षा मंत्रालय ने 118 स्वदेशी अर्जुन एमके-1ए टैंकों के लिए हेवी व्हीकल फैक्ट्री, अवाडी को 7,523 करोड़ रुपये का ऑर्डर दिया था.

जर्मनी से इंजनों की आपूर्ति में हो रही देरी

जर्मनी से इंजनों की आपूर्ति में हो रही देरी के चलते अब भारत में ही लाइट टैंक विकसित करने की योजना पर काम चल रहा है. लेकिन इसमें थोड़ा वक्त लग सकता है. जिससे लार्सन एंड टुब्रो और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) को अमेरिकी कमिंस इंजनों का इस्तेमाल करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. अधिकारियों के मुताबिक, "संबंधित भारतीय एजेंसियों ने पहले से ही भविष्य के मुख्य युद्धक टैंक के लिए एक इंजन विकसित करने पर काम करना शुरू कर दिया है. उसी इंजन का उपयोग अर्जुन मार्क 1ए परियोजना के लिए किया जा सकता है, लेकिन इसमें कुछ संशोधन और बदलाव की जरूरत पड़ेगी."

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अर्जुन एमके-1 का अपग्रेड वर्जन है अर्जुन एमके-1ए टैंक

बता दें कि अर्जुन एमके-1ए वर्तमान में सेना द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे अर्जुन एमके-1 मुख्य युद्धक टैंक (एमबीटी) का उन्नत संस्करण है. ऐसा माना जा रहा है कि नया टैंक मौजूदा वेरिएंट की तुलना में 72 अपग्रेड के साथ आएगा, जिसमें 14 प्रमुख सुधार शामिल हैं. इस टैंक की मारक क्षमता, गतिशीलता और उत्तरजीविता को बढ़ाने के लिए उन्नयन की योजना बनाई गई है.

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Source : News Nation Bureau

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