India Canada Tension : हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड को लेकर कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो द्वारा भारत पर लगाए गए आरोप के बाद दोनों देशों के बीच तनाव व्याप्त है. भारत और कनाडा विवाद पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कनाडा सरकार के साथ पाकिस्तान को खूब खरी खोटी सुनाई है. MEA ने पाकिस्तान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का मददगार है. वह कनाडा आतंकवादियों को रहने और उनके मंसूबों को अंजाम देने के लिए स्थान और पैसा देता है. आइये जानते हैं कि विदेश मंत्रालय की 10 बड़ी बातें...
- भारत ने कनाडा सरकार को सूचित किया है कि हमारी पारस्परिक राजनयिक उपस्थिति में समानता होनी चाहिए. उनकी संख्या कनाडा में हमारी तुलना में बहुत अधिक है.
- हमें ऐसा लगता है कि कनाडा सरकार के ये आरोप मुख्य रूप से राजनीति से प्रेरित हैं.
- आप कनाडा में हमारे उच्चायोग और वाणिज्य दूतावासों द्वारा सामना किए जा रहे सुरक्षा खतरों से अवगत हैं. वे अस्थायी रूप से वीजा आवेदनों पर कार्य करने में असमर्थ हैं. हम नियमित आधार पर स्थिति की समीक्षा करेंगे.
- हमारी ओर से कनाडा में रहकर कुछ लोगों के द्वारा आपराधिक गतिविधियों के बारे में विशिष्ट सबूत कनाडा के साथ साझा किए गए हैं, लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं की गई है.
- हमारा मानना है कि सुरक्षा प्रदान करना मेजबान सरकार की जिम्मेदारी है. कुछ जगहों पर हमारी अपनी सुरक्षा व्यवस्था भी है, लेकिन इस पर सार्वजनिक रूप से चर्चा करना ठीक नहीं है.
- अगर कोई देश है जिसे चिंता करने की जरूरत है, तो वह कनाडा है. जिसकी आतंकवादियों, उग्रवादियों और संगठित अपराध के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह के रूप में प्रतिष्ठा बढ़ रही है.
- हां, ये आरोप कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने प्रधानमंत्री मोदी के सामने उठाए थे और प्रधानमंत्री मोदी ने इन्हें खारिज कर दिया था.
- हम निश्चित रूप से भारत में विदेशी राजनयिकों को सभी तरह की सुरक्षा प्रदान करेंगे. हम कनाडा से भी उम्मीद करते हैं कि वे कनाडा में हमारे राजनयिकों के प्रति इसी तरह की संवेदनशीलता दिखाएंगे.
- कनाडा उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करे जिन पर आतंकवाद के आरोप हैं या उन्हें यहां भेजें. हमने पिछले कुछ वर्षों में 20-25 से अधिक लोगों के प्रत्यर्पण या कार्रवाई के लिए कनाडा सरकार से अनुरोध किया है, लेकिन किसी तरह की कोई मदद नहीं मिली.
- हमने सावधानी बरतने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है. अगर कोई समस्या आती है तो वे हमारे वाणिज्य दूतावास से संपर्क करें. हमारी वीजा पॉलिसी से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए, क्योंकि वे भारत के नागरिक हैं.
Source : News Nation Bureau