Advertisment

चीन अपनी आदतों से नहीं आ रहा बाज, मिलिट्री ड्रिल की आड़ में यहां निर्माण कर रहा, भारत ने जताई आपत्ति

चीन आर्मी ड्रिल के नाम पर डेपसांग और दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) में सेना तैनात कर दी है. इतना ही नहीं वहां वो निर्माण कार्य भी कर रहा है. इसे लेकर भारत ने आपत्ति दर्ज कराई है.

author-image
nitu pandey
एडिट
New Update
china

चीन मिलिट्री ड्रिल की आड़ में यहां निर्माण( Photo Credit : PTI)

Advertisment

भारत-चीन के रिश्तों में तल्खी अभी तक बरकरार है. राजनीति और सैन्य स्तर की कई बैठकों के बाद भी चीन अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा है. गलवान घाटी के विवादित क्षेत्र से सेना को पीछे भले ही उसने हटा लिया, लेकिन अब खबर आ रही है कि उसने आर्मी ड्रिल के नाम पर डेपसांग और दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) में सेना तैनात कर दी है. इतना ही नहीं वहां वो निर्माण कार्य भी कर रहा है. इसे लेकर भारत ने आपत्ति दर्ज कराई है.

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो चीन और भारत के बीच हाल ही में हुई बैठकों में यह मुद्दा उठाया गया था. भारत ने कहा था कि चीन ने मिलिट्री एक्सरसाइज की आड़ में पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के आसपास बड़े पैमाने पर हथियारों से लैस सैनिकों को तैनात किया है. चीन की इस नाजायज हरकत को कमर्शियल सैटेलाइट से आसनी से देखा जा सका है.

डेपसांग और डीबीओ सेक्टर में चीन कर रहा निर्माण कार्य

चीन डेपसांग के मैदान और डीबीओ सेक्टर में निर्माण कार्य कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भारत ने चीनी सेना की ओर से किए जा रहे निर्माण कार्य को लेकर आपत्ति दर्ज कराई है.

इसे भी पढ़ें: नेपाल के पीएम ओली की मुश्किलें बढ़ी, सत्तारूढ़ नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक में नहीं दूर हो सका गतिरोध

भारतीय जवान को चीन गश्ती के दौरान कर रहा तंग

इसके साथ ही बैठक में भारत ने चीनी सेना द्वारा भारतीय सेना की गश्ती में पैदा किए जा रहे बाधा का भी जिक्र किया था. भारत ने कहा कि पेट्रोलिंग पॉइंट-10 से पेट्रोलिंग पॉइंट-13 तक गश्ती के दौरान भारतीय सेना के सामने चीनी सेना दिक्कतें पैदा करती है.

राजनाथ सिंह ने चीन की मंशा पर उठाया सवाल 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath singh) ने शुक्रवार को कहा था कि सीमा विवाद के हल के लिए (चीन के साथ) बातचीत चल रही है. बातचीत में जो भी प्रगति हुई है, मामले का समाधान होना चाहिए. लेकिन किस हद तक इसका हल होगा, मैं गारंटी नहीं दे सकता. हालांकि, मैं आश्वासन देना चाहता हूं कि दुनिया की कोई भी ताकत भारत की एक इंच भूमि भी नहीं छू सकती है, इस पर कोई कब्जा नहीं कर सकता है.'

और पढ़ें: राजस्थान: CM गहलोत राजभवन पहुंचे, राज्यपाल को सौंपी 102 विधायकों की सूची

गलवान में हुई थी हिंसक झड़प 

भारत-चीन के बीच 15 जून को गलवान में हुई झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे.  चीन के भी 40 सैनिक मारे गए, लेकिन उसने यह कबूला नहीं. हालांकि उसने कुछ जान के नुकसान की बात जरूर कही थी. 

Source : News Nation Bureau

INDIA china LAC
Advertisment
Advertisment