India-China Border Dispute: भारत-चीन के बीच सीमा पर जारी तनाव को लेकर दोनों देशों के सैन्य कमांडरों की 17वें दौर की बैठक की गई. ये बैठक चुशुल-मोल्दो सीमा बैठक बिंदु पर चीन की तरफ हुई. पिछली बैठक 17 जुलाई को हुई थी, इसके बाद ये बैठक हुई है. इस बैठक में दोनों ही पक्षों की तरफ से इलाके में शांति और सुरक्षा बनाए रखने पर सहमति बनी है. इस बैठक के बाद जारी किये गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मुद्दों के समाधान पर काम करने के लिए राज्य के नेताओं द्वारा दिए गए मार्गदर्शन के अनुरूप, पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी (LAC) के साथ शांति में मदद करने के लिए दोनों पक्षों के बीच एक स्पष्ट और गहन चर्चा हुई.
तवांग तनाव के बाद पहली बार बातचीत
भारत-चीन के बीच 17वें दौर की वार्ता ऐसे समय पर हुई है, जब कुछ दिन पहले ही अरुणाचल प्रदेश के तवांग में दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने आ गए थे. इस दौरान हुई झड़प में दोनों ही देशों के सैनिकों को चोटें आई थी और चीनी सैनिकों को वापस अपने बेस की तरफ भागना पड़ा था. भारतीय सेना के जवानों ने उनकी घुसपैठ को नाकाम कर दिया था.
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सीमा पर गरुड़ कमांडों तैनात
इस बीच भारत ने अपने खास कमांडो को पूरे एलएसी पर तैनात कर दिया है. ये जवान इंडियन एयरफोर्स के गरुड़ स्पेशल फोर्स के हैं, जो आसमान के साथ ही जमीन पर भी पैनी नजर रखते हैं. भारत ने गलवान घाटी में भिड़ंत के बाद सिलसिलेवार तरीके से इनकी तैनाती शुरू कर दी थी, जो अब पूरी हो चुकी है. गरुड़ कमांडो कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियान में भी अपनी सार्थकता सिद्ध कर चुके हैं. गरुड़ कमांडों के पास अत्याधुनिक हथियार हैं और वो किसी भी परिस्थिति में सफल ऑपरेशन के लिए ट्रेंड किये गए हैं.
HIGHLIGHTS
- भारत-चीन सीमा विवाद अब भी बरकरार
- दोनों पक्षों के बीच कमांडर स्तर की बातचीत
- 17वें दौर की वार्ता में बनी शांति-स्थायित्व पर सहमति
Source : News Nation Bureau