पूर्वी लद्दाख (Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हिंसक संघर्ष को लेकर गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेना के बीच तीन घंटे चली वार्ता बुधवार को दिन की समाप्ति के साथ बेनतीजा समाप्त हो गई. हालांकि बातचीत गुरुवार को भी जारी रहेगी. दोनों सेनाओं के बीच यह संघर्ष गलवान नदी (Galwan River) के दक्षिणी तट पर हुआ था. यह नदी पूरब से पश्चिम की ओर बहती है और श्योक नदी में जाकर मिल जाती है. इस संघर्ष में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) के बीच बुधवार की देर शाम एक घंटे तक अहम बैठक चली. इस दौरान रक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को सैन्य तैयारियों और लद्दाख सीमा पर ताजा हालात के बारे में जानकारी दी.
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आज भी जारी रहेगी सैन्य बातचीत
बुधवार को दोनों पक्षो में बातचीत यह सुनिश्चित करने के लिए हुई है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी गलवान घाटी से अपने सैनिकों को वापस हटाए और सभी मिलिट्री ग्रेड टेंट्स वहां से हटा ले, जिनमें चीनी सैनिक रहते हैं. दोनों सेनाओं ने संघर्ष स्थल पर सैनिकों की फिर से तैनाती कर दी है. सूत्रों ने कहा कि भारतीय सैन्य अधिकारियों ने चीनी समकक्षों से स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें हर हाल में पीछे हटना होगा. भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'बातचीत गुरुवार को भी जारी रहेगी. भारत की ओर से नियुक्त एक मेजर जनरल कल (गरुवार) अपने चीनी समकक्ष के साथ फिर बातचीत करेंगे.'
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी को दी जानकारी
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच बुधवार को शाम आठ बजे से नौ बजे तक बैठक चली. सूत्रों के मुताबिक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी से कहा कि सीमा पर सैन्य बल हर स्थिति का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं. प्रतिकूल परिस्थितियों से निपटने के लिए उनके पास उचित हथियारों सहित हर सुविधाएं मौजूद हैं. प्रधानमंत्री मोदी को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा पर भारतीय तैयारियों के बारे में रिपोर्ट भी सौंपी.
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विदेश मंत्री ने भी की पीएम मोदी से मुलाकात
इससे पूर्व आवास पर पीएम मोदी की विदेश मंत्री एस जयशंकर से भेंट हुई. इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन सीमा पर टकराव के मद्देनजर विदेश मंत्रालय की तैयारियों की जानकारी दी. प्रधानमंत्री ने चीन के विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रियाओं पर नजर रखने को कहा. बता दें कि बीते सोमवार को लद्दाख सीमा पर चीन से झड़प के दौरान भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक बयान में कहा कि हमारे सैनिक मारते-मारते मरे हैं. देश को उनके बलिदान पर गर्व है. वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि वीर सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
HIGHLIGHTS
- भारत-चीन सेना के बीच आज भी जारी रहेगी बातचीत. कल रही थी बेनतीजा.
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर मिले पीएम मोदी से.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी चीन की प्रतिक्रियाओं पर नजर रखने की हिदायत.