भारत और चीन के सैनिकों में बीच गलवान घाटी के पास हिंसक झड़प होने की खबर हैं. जानकारी के मुताबिक इस झड़प भारतीय सेना के एक ऑफिसर और दो जवान शहीद हो गए हैं. इस घटना के बाद विपक्ष की ओर से भी सवाल खड़े किए गए हैं साथ ही सरकार से इस पूरी घटना पर स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, ' गलवान वैली, लद्दाख से चीनी मुठभेड़ में हमारे कमांडिग ऑफ़िसर और दो सैनिकों की शहादत का समाचार मिला है. भावपूर्ण नमन. सरकार से इन हालातों में भारत-चीन सीमा पर वास्तविक स्थिति के स्पष्टीकरण की अपेक्षा है.'
गलवान वैली, लद्दाख से चीनी मुठभेड़ में हमारे कमांडिग ऑफ़िसर और दो सैनिकों की शहादत का समाचार मिला है. भावपूर्ण नमन.
सरकार से इन हालातों में भारत-चीन सीमा पर वास्तविक स्थिति के स्पष्टीकरण की अपेक्षा है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 16, 2020
वहीं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सवाल खडे़ करते हुए कहा, अगर वापसी की प्रकिया के दौरान एक अफसर और दो जवान मारे गए तो युद्ध की स्थिति में क्या होगा.
If the Chinese shoot dead an Indian army colonel & two jawans during a “de-escalation process” imagine how escalated the situation must be in the first place. This is what happens when the media propagates the government line that asking questions is anti-national.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) June 16, 2020
इसके अलावा AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस मामले में सरकार को सफाई देने की बात कही है और हालातों की सच्चाई देश के सामने रखने की बात कही है
Source : News Nation Bureau