गलवान घाटी में झड़प वाली जगह से पीछे हट रही चीनी सेना

लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन के बीच तनाव कम होता नजर आ रहा है. चीनी सेना गलवान घाटी से पीछे हट रही. हालांकि, चीन की सेना गलवान घाटी से बहुत धीरे-धीरे पीछे हट रही है.

author-image
Deepak Pandey
एडिट
New Update
indo china

भारत-चीन सैनिक( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

लद्दाख की गलवान घाटी (Galwan valley) में भारत-चीन (India-China) के बीच तनाव कम होता नजर आ रहा है. चीनी सेना गलवान घाटी से पीछे हट रही. हालांकि, चीन की सेना गलवान घाटी से बहुत धीरे-धीरे पीछे हट रही है. दोनों ओर से सैनिकों की संख्या में कमी आई है. हालांकि, गलवान घाटी से चीनी सेना के पीछे हटने में लंबा वक्त लगेगा. सूत्रों के अनुसार, चीन की सेना और वाहन गलवान घाटी पर झड़प वाली जगह से एक किलोमीटर पीछे हट गई है.

यह भी पढ़ेंः रविशंकर प्रसाद का कांग्रेस पर बड़ा आरोप- राजीव गांधी फाउंडेशन में चीनी पैसे क्यों?

गलवान घाटी में झड़प के बाद यह पहली बार हुआ है, जब चीनी सेना पीछे हट रही है. भारत-चीन के बीच बातचीत के बाद गलवान घाटी के पास चीन की सेना और वाहनों की कमी देखने को मिली है. इस तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर और राजनयिक स्तर पर कई बैठकें हुई थीं. इस दौरान सीमा पर तनाव कम करने को दोनों देश राजी हुई थे.

बता दें कि पिछले दिनों 15 जून की रात को गलवान घाटी में भारत और चीन की सेना के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इस झड़प में इंडियन आर्मी के कर्नल संतोष बाबू समेत 20 जवान शहीद हो गए थे. सूत्रों का कहना है कि इस हिंसक झड़प में चीन के भी करीब 40 जवान मारे गए थे. हालांकि, चीन ने अपने जवानों के मारे जाने का कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की.

यह भी पढ़ेंः लद्दाख का दौरा कर आज दिल्ली पहुंचेंगे जनरल नरवणे, सरकार को देंगे हालातों की जानकारी

गलवान घाटी में झड़प के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इस बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत अन्य विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए थे. इस दौरान सोनिया गांधी ने मोदी सरकार से सवाल किया था, जिसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कोई हमारी सीमा में न घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है. हमारी सेनाएं और सीमाओं की रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम हैं.

पीएम नरेंद्र मोदी ने जवानों की शहादत पर कहा था कि लद्दाख में हमारे 20 जांबाज शहीद हुए हैं, लेकिन जिन्होंने भारत माता की तरफ आंख उठाकर देखा था, उनको वो सबक सिखाकर गए.

Advertisment
Advertisment
Advertisment