लद्दाख स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन (India-China) के बीच हालात बेहद तनावपूर्ण हैं. इसे लेकर मोदी सरकार (Modi Government) ने सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting) बुलाई है. इस बीच आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने प्रेस वार्ता कर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है.
आप के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि चीन दो साल से भारत की जमीन पर कब्जा कर रहा है. बीते 9 महीने से गलवान में चीन के कब्जे की खबर आ रही है. 15 जून का वाक्या सबको मालूम है, जब दर्जनों भारतीय सैनिकों को कील लगे हुए डंडों से मारकर मौत के घाट उतारा गया. आज समय आ गया है जब हम सबलोग देश के बारे में सोचें.
उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी, सीएम अरविंद केजरीवाल, राहुल गांधी के समर्थक वाले चश्मे को उतारकर देश के बारे में सोचना चाहिए. 19 जून को मोदी सरकार ने चीन से 750 मिलियन डॉलर लोन लिया, उसके बाद एक और लोन लिया गया, कुल मिलाकर चीन से 9 हजार 202 करोड़ रुपये लोन लिया गया.
सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि किसी को बर्बाद करने के लिए उसको उधार लेने की आदत डाली जाती है, चीन की यह कूटनीतिक पॉलिसी है, डेब्ट डिप्लोमेसी. छोटे-छोटे देशों को वे इस तरह लोन में फंसा देते हैं कि वे उनके हर फैसले को मानने को मजबूर हो जाते हैं. चीन पहले कर्ज देता है और फिर उनकी संपति को हथिया लेता है.
आप नेता ने कहा कि चीन भारत के अंदर 4 खरब डॉलर का निवेश करना चाहता है. देश के तमाम बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में चीन निवेश कर रहा है. श्रीलंका एक उदाहरण है, जहां बंदरगाह और हवाईअड्डा बनाने के लिए चीन ने उधार दिया. चीन को श्रीलंका वो वापस नहीं कर सका और आज श्रीलंका कर बंदरगाह और हवाई अड्डे पर चीन का कब्जा है.
उन्होंने यह भी कहा कि नेपाल, भूटान, बंग्लादेश आज भारत की बात नहीं मानते हैं. ये चीन के सामने घुटने टेक चुके हैं. हमारे प्रधानमंत्री कुछ साल तक रहेंगे, लेकिन देश बेचकर चले जाएंगे. यह समय किसी व्यक्ति से मोहब्बत का नहीं, देश से मोहब्बत का समय है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के लिए यह इतना बड़ा उधार देश पर थोपा गया है.
Source : News Nation Bureau