बेनतीजा रही पैगोंग सो पर भारत और चीन की बातचीत

भारत (India) और चीन (China) के बीच बुधवार को हुई सैन्य वार्ता में कोई समाधान नहीं निकल सका है. सूत्रों ने कहा कि दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत जारी रहेगी.

author-image
Nihar Saxena
New Update
Pangong Tso

पैंगोंग सो पर भारत ने कई इलाकों पर पकड़ की मजबूत.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

Advertisment

भारत (India) और चीन (China) के बीच बुधवार को हुई सैन्य वार्ता में कोई समाधान नहीं निकल सका है. सूत्रों ने कहा कि दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत जारी रहेगी. चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिकों द्वारा भारतीय क्षेत्र में हालिया घुसपैठ के प्रयासों के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और भी बढ़ गया है, जिसे खत्म करने के लिए सैन्य वार्ता की जा रही है. पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग सो (Pangong Tso) में यथास्थिति को बदलने के प्रयास में चीन की ओर से भड़काऊ सैन्य हरकतों के बाद, दोनों देश पिछले तीन दिनों से बातचीत में लगे हुए हैं.

यह भी पढ़ेंः भारत सरकार ने चीन को दिया झटका, PUBG सहित 118 मोबाइल एप किए बैन

भारत ने रेचिन ला पर की पकड़ मजबूत
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, 'दोनों देशों के ब्रिगेड कमांडर स्तर के अधिकारियों ने चुशुल में मुलाकात की.' पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर तीन विवादास्पद क्षेत्रों में ताजा घटनाक्रम के बाद दोनों देश विचार-विमर्श कर रहे हैं. भारत ने ब्लैक टॉप और हेल्मेट टॉप के आस-पास के इलाकों में बढ़ी चीनी तैनाती को लेकर चिंता जताई है. भारत ने चीन से भारतीय क्षेत्र में थाकुंग अड्डे के करीब अपनी सेना की तैनाती को पूरी तरह से वापस लेने को भी कहा है. चीनी सैनिकों को पीछे धकेलने के लिए भारतीय सैनिकों ने एलएसी पर रेजांग ला से लगभग 2.5 से 3 किलोमीटर की दूरी पर रेचिन ला पर पकड़ मजबूत कर ली है.

यह भी पढ़ेंः भारत-चीन सीमारेखा पर बढ़ा तनाव, भारत ने सीमा से सटे इलाकों में बढ़ाई सैन्य संख्या

चीन लगातार उकसा रहा है भारत को
31 अगस्त को चीनी सैनिकों ने उकसावे वाली कार्रवाई की थी, क्योंकि भारतीय सैनिकों ने इससे पहले पीएलए द्वारा जमीन पर कब्जा जमाने वाले मंसूबों को विफल करने के लिए वहां के ऊंचाई वाले क्षेत्रों पर पहुंच स्थापित कर ली थी. 29 और 30 अगस्त की रात को पीएलए के सैनिकों ने पहले हुई सहमति का उल्लंघन किया. इससे पहले पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध के दौरान हुई सैन्य वार्ता में सहमति व्यक्त की गई थी कि किसी भी देश की सेना दूसरे के क्षेत्र में नहीं जाएगी और उकसावे वाली कार्रवाई नहीं करेगी.

यह भी पढ़ेंः सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनेगा भारत! फ्रांस के समर्थन से दावा मजबूत 

बिलबिला रहा है चीन
लद्दाख के पैंगोंग झील इलाके में 29-30 अगस्त की रात को भारतीय सेना से मुंह की खाने के बाद से चीन बिलबिला रहा है. चीनी सेना ने भारत से आग्रह किया है कि वह सीमा पर तनाव कम करने के लिए अपनी सेना को तुरंत कम करे. इससे पहले चीनी विदेश मंत्रालय ने पैंगोंग झील के पास यथास्थिति को बदलने के भारतीय सेना के आरोप को खारिज कर दिया था. भारत ने चीन से पैंगोंग सो से अपने सैनिकों को पूरी तरह से हटाने के लिए कहा है, लेकिन चीन ने हिलने से इनकार कर दिया है.

यह भी पढ़ेंः नेट्स में इस तूफानी बल्लेबाज को बॉलिंग करना चाहतें हैं नागरकोटी

चार महीने से जारी है तनातनी
दोनों देशों की सेनाएं पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर करीब चार महीने से आमने-सामने हैं. दोनों देशों के बीच गतिरोध खत्म नहीं हो सका है. कई स्तर के संवाद के बावजूद कोई सफलता नहीं मिली है और गतिरोध जारी है. 15 जून को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे. इस झड़प में चीनी सैनिकों के हताहत होने की खबरें भी सामने आई थी, मगर चीन ने इस मामले में अभी तक चुप्पी साध रखी है और स्पष्ट नहीं किया है कि उसके कितने सैनिक मारे गए.

INDIA चीन भारत china Pangong Tso सीमा विवाद Talks Fail India-China Diplomatic Talk बेनतीजा वार्ता
Advertisment
Advertisment
Advertisment