भारत ने मंगलवार को इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के महासचिव के पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के दौरे की कड़ी निंदा की और कहा कि देश के आंतरिक मामलों में किसी भी तरह का हस्तक्षेप स्वीकार्य नहीं है. विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, हम ओआईसी महासचिव की पीओके की यात्रा और उनकी पाकिस्तान यात्रा के दौरान जम्मू-कश्मीर पर उनकी टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हैं. मैं दोहराता हूं कि जम्मू-कश्मीर से संबंधित मामलों में ओआईसी का कोई अधिकार नहीं है, जो भारत का अभिन्न और महत्वपूर्ण अंग है.
ओआईसी और उसके महासचिव द्वारा भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप और दखल देने का कोई भी प्रयास पूरी तरह से अस्वीकार्य है.
बागची ने आगे कहा कि ओआईसी पहले ही सांप्रदायिक, पक्षपातपूर्ण और मुद्दों पर तथ्यात्मक रूप से गलत दृष्टिकोण अपनाकर अपनी विश्वसनीयता खो चुका है. इसके महासचिव दुर्भाग्य से पाकिस्तान का मुखपत्र बन गए है. हमें उम्मीद है कि वह भारत में, खासकर जम्मू-कश्मीर में सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने के पाकिस्तान के नापाक एजेंडे को आगे बढ़ाने में भागीदार बनने से परहेज करेंगे.
ओआईसी के महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा ने पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ 10 दिसंबर को पीओके का दौरा किया.
वह पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के निमंत्रण पर वहां गए थे.
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS