इस्लामाबाद में अगले सप्ताह होने वाली इस्लामिक सहयोग संगठन (Organization of Islamic Cooperation) की बैठक में कश्मीर के अलगाववादियों के गिरोह हुर्रियत कान्फ्रेंस (Hurriyat Conference) को आमंत्रित किए जाने पर भारत ने संगठन ही हरकत पर कड़ी नाराजगी जताई है. भारत ने ओआईसी को किरदार किया है कि हम इस तरह की हरकतों को बहुत ही गंभीरता से लेते हैं. मीडिया से बात करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम OIC से आशा करते हैं कि वह भारत-विरोधी गतिविधियों और आतंकवाद में संलिप्त रहने वालों को बढ़ावा नहीं दिया जाए. इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि OIC जम्मू-कश्मीर में विकास संबंधी गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय अपने एक सदस्य के राजनीतिक एजेंडे के मुताबिक काम कर रहा है.
पाकिस्तान में होने वाली OIC की बैठक में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस को आमंत्रित किये जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने गुरुवार को तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम इस तरह की हरकतों को बहुत ही गंभीरता से लेते हैं. हम इसे देश की एकता को नष्ट करने के प्रयास के तौर पर देखता हूं. उन्होंने कहा कि इस तरह की हरकत सम्प्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करती हैं.
बागची ने कहा कि हमने बार-बार OIC से निवेदन किया है कि वह अपने मंच का इस्तेमाल भारत के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप करने के लिए निहित स्वार्थी तत्वों (पाकिस्तान) को प्रदान करने से बचे. दरअसल, बागची से उन खबरों के बारे में पूछा गया था कि 23 से 25 मार्च को इस्लामाबाद में होने वाले ओआईसी द्वारा ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस को बैठक में हिस्सा लेने के लिये आमंत्रित किया गया है, इसके जवाब में उन्होंने ये बातें कही.
HIGHLIGHTS
- 23 से 25 मार्च को इस्लामाबाद में होगी OIC की बैठक
- OIC ने बैठक में शामिल होने के लिए हुर्रियत को दिया न्योता
- भारत ने इसे आमंत्रित मामले में दखल बनाकर जताया विरोध
Source : News Nation Bureau