प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत के डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्च र सॉल्यूशंस दुनिया भर के नागरिकों के जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
ब्लूमबर्ग और आईएफएससीए द्वारा आयोजित इनफीनिटी फोरम में बोलते हुए, उन्होंने वीडियो लिंक के माध्यम से कहा: हम अपने अनुभवों और विशेषज्ञता को दुनिया के साथ साझा करने और उनसे सीखने में भी विश्वास करते हैं।
यूपीआई और रुपे जैसे उपकरण हर देश के लिए एक अद्वितीय अवसर प्रदान करते हैं।
प्रधानमंत्री के अनुसार, भारत ने दुनिया के सामने यह साबित कर दिया है कि जब वह प्रौद्योगिकी को अपनाने या उसके आसपास नवाचार करने की बात करता है तो वह किसी से पीछे नहीं है।
उन्होंने कहा, डिजिटल इंडिया के तहत परिवर्तनकारी पहलों ने शासन में लागू होने वाले अभिनव फिनटेक समाधानों के द्वार खोल दिए हैं।
पीएम मोदी ने जन धन खातों, रूपे, फास्टटैग और केंद्र द्वारा की गई इस तरह की अन्य पहलों के साथ हासिल की गई सफलताओं का हवाला दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिना किसी फीजिकल शाखा कार्यालयों के पूरी तरह से डिजिटल बैंक पहले से ही एक वास्तविकता हैं और एक दशक से भी कम समय में आम हो सकते हैं।
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि इन फिनटेक पहलों को फिनटेक क्रांति में बदलने का समय आ गया है।
उन्होंने कहा कि यह एक ऐसी क्रांति जो देश के हर एक नागरिक के वित्तीय सशक्तिकरण को प्राप्त करने में मदद करती है।
इसके अलावा, उन्होंने फिनटेक सुरक्षा पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, डिजिटल भुगतान और इस तरह की तकनीकों को अपनाकर आम भारतीय ने हमारे फिनटेक पारिस्थितिकी तंत्र में अत्यधिक विश्वास दिखाया है।
उन्होंने कहा, हमारा उद्देश्य न केवल भारतीयों के लिए बल्कि दुनिया के लिए सर्वोत्तम अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवाएं प्रदान करना है।
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Source : IANS