चीन के लिए सोमवार का दिन बुरी खबरों के लिए ही है. एक तरफ जहां रूस ने उसकी एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की आपूर्ति रोक दी है, वहीं भारत ने ड्रैगन के खिलाफ दूसरी डिजिटल स्ट्राइक करते हुए 47 चीनी एप और प्रतिबंधित कर दिए हैं. इसके पहले मोदी सरकार चीन के 59 एप प्रतिबंधित कर चुकी है. इस बार प्रतिबंधित किए गए चीनी एप में पबजी जैसा लोकप्रिय गेम और अली एक्पसप्रेस भी शामिल है. बताते हैं डाटा के लिहाज से संवेदनशील 250 चीनी एप पर भी सरकार गंभीरता से नजर रखे हुए है.
पहले बैन एप के क्लोन बतौर काम कर रहे थे ये एप
चीन से जुड़ी कंपनियों पर भारत सरकार ने फिर एक बार बड़ी कार्रवाई की है. भारत सरकार ने चीन के 47 और एप बैन कर दिए हैं. दरअसल ये एप कुछ समय पहले बैन किए गए ऐप्स के क्लोन के तौर पर काम कर रहे थे. सरकार ने इससे पहले 59 एप बैन किए थे. इनमें टिक टॉक, वी चैट से लेकर अली बाबा का यूसी न्यूज और यूसी ब्राउजर शामिल हैं. सरकार के सूत्रों के मुताबिक 250 ऐसे चीनी एप हैं जिन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा की कसौटी पर कसा जा रहा है. अब बैन किए गए एप में ज्यादातर क्लोनिंग एप शामिल हैं. यानी पहले से बैन एप के जैसे एप बनाकर उतार दिए गए थे. भारत ने चीनी एप के खिलाफ कार्रवाई गलवान घाटी में झड़प के बाद शुरू की थी.
भारत के खिलाफ फर्जी खबरें चला रहा यूसी वेब
एक दूसरा मामला यह भी है कि चीन की कंपनी यूसी वेब पर भारत के खिलाफ खबरें चलाने का आरोप लगा है. चीन के अलीबाबा ग्रुप की कंपनी यूसी वेब के खिलाफ पूर्व असोसिएट डायरेक्टर ने गुड़गांव कोर्ट में याचिका दायर की है. आरोप है कि वेबसाइट पर चलाई गई फेक न्यूज का विरोध किया तो कंपनी ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया. याचिका पर संज्ञान लेते हुए सिविल जज जूनियर डिविजन सोनिया श्योकंद की कोर्ट ने अलीबाबा और फाउंडर जैक मा को नोटिस जारी किया है.
Source : News Nation Bureau