भारत ने गुरुवार को जैश-ए-मोहम्मद के नृशंस पुलवामा आतंकी हमले में शामिल होने के नई दिल्ली के विस्तृत डोजियर पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया पर निराशा व्यक्त की है. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा- भारत ने पुलवामा में सीमा पार आतंकी हमले, पाकिस्तान में अपने आतंकी कैंपों और नेतृत्व की मौजूदगी में जैश-ए-मोहम्मद की मिलीभगत पर पाकिस्तान के जवाब से निराशा हासिल हुई है.
विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया पाकिस्तान के उस जवाब के बाद आई है, जिसमें उसने कहा- भारत द्वारा साझा किए गए 22 "पिन स्थानों" की जांच की गई, लेकिन वहां कोई आतंकी शिविर नहीं मिला और यह भी दावा किया कि वह इस्लामाबाद और पुलवामा हमले में अधिकारियों द्वारा हिरासत में लिए गए 54 लोगों के बीच कोई संबंध स्थापित नहीं कर सका.
विदेश मंत्रालय ने अफसोस जताते हुए कहा- पाकिस्तान लगातार इनकार कर रहा है और पुलवामा की घटना को आतंकवादी हमला मानने से भी इन्कार कर रहा है. पाकिस्तान ने अपने नियंत्रण में आने वाले क्षेत्रों में स्थित आतंकवादियों या आतंकवादी संगठनों के खिलाफ विश्वसनीय कार्रवाई का विवरण साझा नहीं किया है.
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विदेश मंत्रालय ने कहा- हम आश्चर्यचकित हैं, क्योंकि 2008 में मुंबई या 2016 में पठानकोट में हुए आतंकी हमलों के बाद भी पाकिस्तान की यही प्रतिक्रिया थी. यह सर्वविदित है कि आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और इसके सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में हैं. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने हाल ही में यह स्वीकार भी किया था. पाकिस्तान में उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पर्याप्त कार्रवाई योग्य जानकारी और सबूतों की कोई कमी नहीं है, अगर ईमानदारी और ऐसा करने का इरादा हो तो.”
विदेश मंत्रालय ने आगे कहा- इस्लामाबाद को उस प्रतिबद्धता का पालन करना चाहिए, जो उसने 2004 में दी थी और उसे अपनी धरती से संचालित होने वाले आतंकवादियों और आतंकी संगठनों के खिलाफ तत्काल, विश्वसनीय, अपरिवर्तनीय और सत्यापन योग्य कार्रवाई करनी चाहिए.
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पाकिस्तान के आतंरिक गृह राज्य मंत्री खान आफरीदी ने भी स्वीकार किया था कि जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के बेटे और भाई पाकिस्तान में अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किए गए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के 44 सदस्यों में से एक थे.
आंतरिक मंत्रालय के सचिव आजम सुलेमान खान ने भी कहा था- हम्माद अजहर और मुफ्ती अब्दुर रऊफ मंगलवार को गिरफ्तार किए गए लोगों में से थे. हम्माद मसूद अजहर का बेटा है जबकि रऊफ उसका भाई है.
भारत ने इसी साल 27 फरवरी को नई दिल्ली में पाकिस्तान के कार्यवाहक उच्चायुक्त को डोजियर सौंपा था, जिसमें पुलवामा हमले में जैश की मिलीभगत का विवरण था, जिसमें 14 फरवरी को CRPF के 40 जवानों की मौत और पाकिस्तान में जेईएम के आतंकी शिविरों और उसके नेतृत्व के बारे में पूरी जानकारी थी.
Source : News Nation Bureau