भारत ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों को जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकवादी शिविर पर भारतीय वायुसेना के गैर पूर्वनियोजित सैन्य कार्रवाई की जानकारी दी है. जैश ने पुलवामा में हुए हवाई हमले की जिम्मेदारी ली थी. सूत्रों ने बताया कि विदेश सचिव विजय के. गोखले और विदेश मंत्रालय के सचिवों ने विदेशी राजदूतों को हमले की संक्षिप्त जानकारी दी. इनमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पी-5- अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन भी हैं. गोखले पुलवामा हमले के अगले दिन पी-5 राजदूतों समेत लगभग 25 राजदूतों से मिले थे. पुलवामा में हुए हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.
विदेश सचिव ने मंगलवार को इससे पहले घोषणा की थी कि भारत ने खुफिया नेतृत्व में अभियान करते हुए मंगलवार तड़के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर को ध्वस्त कर दिया था, जिसमें बड़ी संख्या में जैश के वरिष्ठ कमांडरों, प्रशिक्षकों और फिदाईन हमले के लिए तैयार किए जा रहे जेहादियों को मार गिराया था.
वायुसेना के सूत्रों ने इस हमले को लेकर कहा है कि मिराज 2000 विमानों ने सोमवार की रात और मंगलवार तड़के 3 बजे के आस पास इस कार्रवाई को अंजाम देना शुरू किया. भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान पूरी तरह बौखला गया है और वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गीदड़भभकी देते हुए कहा है कि हम समय आने पर इसका बदला लेंगे. हमले के बाद सुबह करीब 12 बजे विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारतीय वायुसेना की इस कार्रवाई की जानकारी देश को दी.
इससे पहले अहले सुबह हमले के बाद बौखलाए पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने टि्वटर पर बयान दिया था कि भारतीय वायुसेना के विमानों ने एलओसी का उल्लंघन किया है. हालांकि उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के वायुसेना ने तत्काल रिस्पांड किया तो भारत के विमान वापस लौट गए.
एयरफोर्स के हमले में मारे गए ये खूंखार आतंकी
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भारतीय वायुसेना की एयरस्ट्राइक के दौरान मौलाना अम्मार (जो अफगानिस्तान और कश्मीर ऑपेरशन से जुड़ा था) और मौलाना ताल्हा सैफ (मौलाना मसूद अजहर का भाई था) निशाने पर थे.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर का बहनोई युसूफ अजहर भी इस सर्जिकल स्ट्राइक 2 में ढेर हुआ है. बता दें कि युसूफ अजहर कांधार कांड का मास्टरमाइंड था.
मौलाना अम्मार और मौलाना ताल्हा सैफ के अलावा मुफ्ती अजहर खान (कश्मीर ऑपरेशन का सरगना) और इब्राहिम अजहर (मसूद अजहर का बड़ा भाई) भी भारतीय वायुसेना की एयरस्ट्राइक के दौरान निशाने पर थे.
बता दें कि इब्राहिम अजहर IC-814 hijacking में शामिल था. 24 दिसंबर 1999 को इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट आईसी-814 ने नेपाल के काठमांडू स्थित त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरी थी. विमान में 180 यात्री और क्रू मेंबर सवार थे.
Source : News Nation Bureau