उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू (M Venkaiah Naidu) के अरुणाचल दौरे पर चीन ने उठाया सवाल तो लगे हाथों भारत (India) ने भी करारा जवाब दे दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने चीनी विदेश मंत्रालय की टिप्पणी को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है और भारतीय राजनेता आए दिन ऐसी यात्राएं करते रहते हैं. अरुणाचल की यात्रा ठीक वैसे ही है जैसे अन्य राज्यों की भारत में यात्रा होती है. चीन को आईना दिखाते हुए जवाब में भारत ने LAC और लद्दाख का मुद्दा भी उठाया.
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विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि चीन ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए LAC को बदलने की कोशिश की और यह दोनों देशों के बीच हुए समझौते का सीधे-सीधे उल्लंघन है. भारत ने यह भी कहा कि LAC पर चीन समझौते को अमल में लाए, ताकि ईस्टर्न लद्दाख में जारी तनाव कम हो ना कि अन्य मुद्दे को हवा देकर विषय को भटकाने की कोशिश करे.
आपको बता दें कि इससे पहले भारत और चीन के बीच रविवार को हुई 13वें कोर कमांडर लेवल की बातचीत बेनतीजा रही. चीन की हठधर्मिता और पूर्ववर्ती स्थिति बहाल न करने की जिद ने दोनों देशों के बीच बातचीत को बेपटरी कर दिया है. एलएसी पर चीन की तरफ मोलडो में यह बैठक रविवार शाम 7 बजे तक चली थी. इस बैठक में मौजूदा हालात के लिए भारत ने चीन को जिम्मेदार ठहराया.
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इस बैठक में भारत ने अपनी स्थिति को स्पष्ट करते हुए चीन के सामने डिसइंगेजमेंट का प्लान रखा, लेकिन चीन उस पर राजी नहीं हुआ. साथ ही चीन ने अपनी तरफ से कोई प्लान भी पेश नहीं किया जिससे एलएसी पर सेनाएं पीछे हटें. चीन के इस रुख से बैठक को बिना किसी परिणाम के समाप्त करना पड़ा.
Source : Madhurendra Kumar