किंगफिशर एयर लाइन और शराब कारोबारी विजय माल्या ने कहा कि भारत के पास उन्हें वापस ले जाने के लिये पर्याप्त सबूत नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक उन्हों दोषी साबित नहीं किया जाता जबतक वो ब्रिटेन में सुरक्षित हैं। माल्या ने ब्रिटेन में फार्मूला 1 रेसिंग के दौरान अपनी टीम सहारा फोर्स इंडिया को भी लॉन्च किया।
बैंकों से करीब 9,000 करोड़ रुपये का लोन लेकर भागे शराब के कारोबारी विजय माल्या करीब एक साल से भारत से भागकर ब्रिटेन में रह रहे है।
अपने ऊपर चल रहे मामले और प्रत्यर्पण पर उन्होंने कहा, "भारतीय अधिकारियों के पास मुझे ब्रिटेन से भारत ले जाने के लिए कोई कानूनी आधार नहीं है। जब तक मैं दोषी करार नहीं दिया जाता तब तक इस देश के कानून के तहत मैं सुरक्षित हूं।"
पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों में वो राजनीतिक दलों के निशाने पर हैं। माल्या ने कहा, "मुझे चुनावी भाषण में देश की दो बड़ी पार्टियों ने राजनीतिक फुटबॉल बना दिया है।"
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ब्रिटेन में आयोजित ब्रिटेन में फॉर्मूला वन की रेस में माल्या मौजूद थे और उन्होंने वहां पर अपनी टीम सहारा फोर्स इंडिया को लॉन्च भी किया। उनके साथ उनकी टीम के दो ड्राइवर सर्जियो पेरेज और स्टेबेन ओकेन भी साथ थे।
फोर्स इंडिया टीम ने अपनी वेबसाइट पर इस रेस के कार्यक्रम से जु़ड़ी तस्वीरें भी अपलोड की हैं। माल्या की फॉर्म्युला टीम की नई कार भी सिल्वरस्टोन में लॉन्च की गई।
विजय माल्या ने गुरुवार ट्वीट करके कहा, "यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि इंडियन मीडिया ने फॉर्मूला वन में भारत की एंट्री पर फोकस ही नहीं किया। बल्कि यह देश के लिए गर्व की बात है। सहारा फोर्स इंडिया को लॉन्च कर मुझे गर्व महसूस हो रहा है। सहारा फोर्स इंडिया टीम पर इंडियन मीडिया के कमेंट्स से मैं दुखी हूं।"
विजय माल्या और आईपीएल के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी को भारत वापस लाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लेटर रोगेटरी के जरिए गैर जमानती वारंट जारी करने की योजना बना रही है। ईडी के इस कदम से ललित मोदी और माल्या को तुरंत वापस लाया जा सकता है।
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इससे पहले माल्या को भारत वापस लाने के लिए मंगलवार को भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने नई दिल्ली में ब्रिटेन के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी।
इस मीटिंग में ब्रिटेन के गृह मंत्रालय के अधिकारियों के अलावा भारतीय विदेश मंत्रालय, सीबीआई, गृह मंत्रालय और इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी शामिल हुए थे।
विदेश मंत्रालय ने भी बताया कि 20 और 21 फरवरी को दोनों देशों के बीच हुई बातचीत में दोनों पक्षों की ओर से इन मामलों में कानूनी प्रक्रिया की जानकारी दी गई। दोनों देशों ने प्रत्यर्पण के अनुरोध पर विचार किया और कानूनी पक्षों में आपसी सहयोग पर विचार किया गया।
देश के कई न्यायालयों के अलावा सीबीआई व प्रवर्तन निदेशालय में भी माल्या के खिलाफ मामला चल रहा है।
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Source : News Nation Bureau