केंद्र सरकार ने भारतीय सेना के लिए इजरायल से स्पाइक एंटी टैंक गाइड मिसाइल (एटीजीएम) के एक बैच को हासिल करने की प्रक्रिया को वापस लेने का निर्णय लिया है।
बातचीत काफी आगे पहुंच जाने के बाद भारत इस सौदे से हट गया है, क्योंकि वह सेना की ताकत को बढ़ाने वाली इन मिसाइलों को देश में विकसित तथा निर्मित करना चाहता है, ताकि अस्त्र आयात पर देश की निर्भरता कम हो सके।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सरकार ने यह फैसला डीआरडीओ द्वारी स्वदेश में इन मिसाइलों को विकसित तथा निर्मित करने को लेकर विश्वास जताने के बाद लिया है।
यह भी पढ़ें: कोलकाता रेलवे स्टेशन से तीन संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार, आतंकी संगठन अल-कायदा के दस्तावेज बरामद
डीआरडीओ को अब इस परियोजना पर काम करने के लिए कहा गया है और इसे मिसाइल विकसित करने के लिए चार साल का वक्त दिया गया है।
स्पाइक एक 'फायर एंड फॉरगेट' मिसाइल है, जो चलते-फिरते टैंकों को टारगेट बना सकती है। यह सक्षम मिसाइल दागे जाने के बाद खुद-ब-खुद टारगेट का पीछा करती है, जिससे इसे दागने वाले इन्फैन्ट्री फौजी को तुरंत छिपने का मौका आसानी से मिल जाता है।
स्पाइक का निर्माण इस्राइल की राफेल एडवान्स्ड डिफेंस सिस्टम्स करती है।
और पढ़ें: ट्रिपल तलाक को खत्म करने के लिए संसद के शीतकालीन सत्र में पेश हो सकता है बिल
Source : News Nation Bureau